पटना: केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि कोविड के विरुद्ध जंग में एम्स की महत्वपूर्ण भूमिका है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन और केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए एम्स पटना, दिल्ली, ऋषिकेश, भोपाल, रायपुर, भुनेश्वर, जोधपुर, नागपुर मंगलागिरि, पीजीआईएमईआर चंडीगढ़, जेआईपीएमइआर पुडुचेरी के निदेशकों के साथ बैठक की और कोरोना के उपचार की मौजूदा स्थिति की समीक्षा की.
चौबे ने कहा, "साल 2020 की तुलना में कोरोना के विरुद्ध लड़ाई का व्यापक अनुभव हम सभी के पास है. इस अनुभव का लाभ कोरोना का मुकाबला और उपचार में हम सभी को मिल रहा है. तेजी से संक्रमण बढ़ने से निश्चित तौर पर दबाव बना है. इसके बावजूद हमारे स्वास्थ्यकर्मी दिन रात लोगों के उपचार में जुटे हुए हैं." उन्होंने सभी एम्स में कोविड बेडों की संख्या की जानकारी ली. साथ ही ऑक्सीजन, वेंटिलेटर, रेमडेसिविर के स्टॉक से अवगत हुए. मंत्री ने टेस्टिंग की संख्या बढ़ाने और वैक्सीनेशन को गति प्रदान करने पर भी बल दिया गया. एक मई से वैक्सीनेशन के तीसरे फेज की शुरुआत पर भी विस्तार से चर्चा हुई.
पटना एम्स में 220 बेड हैं, इसमें से 40 आईसीयू हैं- चौबे
चौबे ने कहा कि टेलीमेडिसिन के माध्यम से अन्य मरीजों को भी बेहतर सेवा प्रदान करने में एम्स की प्रमुख भूमिका रही है. बिहार के बक्सर से सांसद अश्विनी चौबे ने कहा कि अस्पतालों में बेड की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए, सभी एम्स में ऑक्सीजन की सुविधा से युक्त बेड और वेंटिलेटर की सुविधा से युक्त आईसीयू बेड की संख्या बढ़ा दी गई है.
अश्विनी कुमार चौबे ने कहा, "ऑक्सीजन की सुविधा से युक्त 1,448 बेड को बढ़ाकर 2,113 और 519 आईसीयू वेंटिलेटर को बढ़ाकर 676 कर दिया गया है. पटना एम्स में 220 बेड हैं. इसमें से 40 आईसीयू हैं."
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