Bihar News: बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की 70वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा को दोबारा कराने की मांग का केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने समर्थन किया है. जिसपर केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी की प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने कहा कि उनकी (चिराग पासवान) क्या राजनीति है उसपर मैं कुछ नहीं कह सकता हूं, लेकिन जहां तक बीपीएससी विद्यार्थियों का सवाल है, बिहार सरकार ने स्थिति को बहुत उदारतापूर्वक संभाला. 912 केंद्रों में से 911 केंद्रों पर परीक्षा ठीक से आयोजित की गई, एक केंद्र में गडबड़ी होने पर वहां का एग्जाम कैंसिल कर दिया गया, फिर री-एग्जाम करवाया गया.
केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि 5-10 हजार छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं. लेकिन, पूरी परीक्षा को रद्द कर दिया जाएगा तो 4 लाख छात्र सड़क पर नहीं उतरेंगे क्या? इसलिए मामले पर सिर्फ राजनीति की जा रही है. बिहार सरकार और बिहार सर्विस कमीशन का निर्णय एकदम ठीक है.
क्या बोले थे चिराग पासवान?
केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने परीक्षा में धांधली को सही बताया. उन्होंने कहा कि अगर एग्जाम में गड़बड़ी नहीं होती तो दोबारा परीक्षा नहीं कराई जाती. उन्होंने कहा हर किसी का अपनी-अपनी बात रखने का तरीका होता है. जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने क्या किया है और क्या कह रहे हैं, मैं इसपर टिप्पणी किए बिना प्रशांत किशोर के अनशन के मुद्दे पर सहमति रखता हूं. सिर्फ कुछ अभ्यर्थियों की परीक्षा दोबारा कराई गई जो कि गलत है.
बता दें कि बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की 70वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा 13 दिसंबर को आयोजित की गई थी. इस परीक्षा को लेकर छात्र अनियमितता का आरोप लगा रहे हैं. परीक्षा को दोबारा कराने की मांग को लेकर राजधानी पटना के गर्दनीबाग में 18 दिसंबर से अभ्यर्थी धरने पर बैठे हैं. पिछले दिनों कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पटना के गर्दनीबाग धरनास्थल पर पहुंचकर प्रदर्शनकारी छात्रों से मुलाकात की थी.
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