Union Minister Jitan Ram Manjhi: गया में केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) ने शनिवार को अजमेर शरीफ दरगाह पर हुए विवाद मामले पर कहा कि यह एक ऐसा विषय है जिस पर कोई व्यक्तिगत रूप से कुछ नहीं कह सकता है. अगर विवाद चल रहा है. विवाद के बाद पुरातत्व विभाग है, जो उसको देखेगा. देखने के बाद सर्वे होगा उसके बाद निष्कर्ष निकलेगा तो उसके आलोक में कार्रवाई होती है. क्लेम करना कोई बड़ी बात नहीं है क्लेम कोई भी कर सकता है.
'कोर्ट का जो निर्णय होगा मानना चाहिए'
जीतन राम मांझी ने कहा कि राम मंदिर के निर्माण होने के पहले भी यही हुआ था, फिर बाद में कोर्ट ने कहा तो बना. मुस्लिम गुरुओं के जरिए भी एक से एक दावा किया जा रहा है. भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग है तो जांच कर रहा है, निष्कर्ष निकालेगा. अगर सचमुच में हिंदू धर्म का कोई साक्ष्य मिलेगा तो इसके अनुसार करेंगे. उन्होंने ये भी कहा कि पहले तो विवाद करना नहीं चाहिए. सैकड़ों साल पुरानी बात है. पहले लोग कहां सोए हुए थे, आज ऐसी बात क्यों कर रहे हैं. अगर उसके बाद भी है तो पुरातत्व विभाग की रिपोर्ट के बाद कोर्ट में जाएंगे हीं. उसके निर्णय को मानना चाहिए.
वहीं संभल हिंसा पर मांझी ने कहा कि अगर कोई ऐसी बात थी तो इसकी पहले भी बात होनी चाहिए थी. राम मंदिर का मामला तो बहुत पहले से चल रहा था. अब चुन चुनकर हर जगह मामला उठाया जा रहा है, तो इसे हम कोई फेयर चीज नहीं समझते हैं, क्योंकि जो सैकड़ों साल से शांतिपूर्वक रह रहे हैं. कर रहे हैं और अब दावा करते है. दावा किए हैं तो ठीक है, लेकिन इसे हम उचित नहीं समझते हैं. अगर दावा किए है एएसआई सर्वे करेगा. कोर्ट में रिपोर्ट जाएगी. उसके बाद जो कोर्ट का निर्णय होगा उसे दोनों पक्षों के लोगो को मानना चाहिए.
सपा नेता अखिलेश यादव के जरिए यह बयान कि बीजेपी सच छिपा रही है. इस पर उन्होंने कहा कि विरोधियों का तो कोई तर्क समझ में हीं नहीं आता है. सुप्रीम कोर्ट ने भी कहा है कि चुनाव जब विरोधी जीतते हैं तो ईवीएम ठीक रहता है और हार जाते है तो ईवीएम खराब हो जाता है. उसी प्रकार अगर उनके यहां कोई घटना घटती है तो कहते हैं कि ये कार्रवाई की. संभल में भी जो घटना हुई है, वो बीजेपी की बात है. वहां भी हर तरह की जांच चल रही है. कई लोगों को कानून परिधि में लिया गया है. कानूनी कार्रवाई की जाएगी. वो सिर्फ राजनीतिक लाभ लेने के लिए इस तरह की बात कर रहे हैं.
लालू यादव पर भी साधा निशाना
वहीं लालू यादव के दिए बयान कि बैलेट पेपर से ही चुनाव होना चाहिए, इस पर कहा कि बिहार में हारे हैं तो बैलेट सूझ रहा है. जब जीतते है तो बैलेट नहीं सूझता है. झारखंड के लोग काहे नहीं कह रहे हैं कि ईवीएम खराब है, जहां जीतते है वहां ईवीएम ठीक है. हारने के बाद खराब हो जाता है. लालू के पार्टी का कोई कार्यक्रम नहीं है. वह जनता के हित में कभी कोई काम नहीं किया है. आज भूमि विवाद, बलात्कार, लड़ाई झगड़ा देख रहे हैं. इसमें उन्हीं की पार्टी से 70% से 80% लोग हैं. वो लोग लाठी भांजों और तेल पिलाओ की बात पर विश्वास करते हैं.
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