Union Minister Kaushal Kishore Controversial Statement: पढ़ी-लिखी लड़कियों को अनपढ़ लड़कियों से सीखना चाहिए. पढ़ी-लिखी लड़कियां लिव-इन के लिए मां-बाप को छोड़ देती हैं. किसी को भी लिव-इन रिलेशनशिप में नहीं जाना चाहिए, जो लड़कियां लिव-इन रिलेशनशिप में जा रही हैं, तो उन्हें कोर्ट से पेपर बनवा लेना चाहिए. केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर ने इस तरह के विवादित वाले बयान दिए हैं. गुरुवार को वो बिहार के गया क्लब के प्रांगण में आयोजित महान वीरांगना ऊदा देवी के श्रद्धांजलि सभा में शामिल होने के लिए आए थे. इसी दौरान इस तरह का बयान दिया है.


आगे केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अगर किसी लड़की को किसी लड़के के साथ रहना ही है तो वो शादी करके रहें. कोई लड़का पसंद है और उसके साथ रहना है तो इसके लिए उचित कागजी कार्रवाई करानी चाहिए. मां-बाप सार्वजनिक रूप से लिव इन के रिश्ते के लिए तैयार नहीं हैं तो आपको कोर्ट में शादी करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि पढ़ी-लिखी लड़कियां जिम्मेदार हैं क्योंकि पिता और मां दोनों ही ऐसे रिश्ते के लिए मना करते हैं. पढ़ी-लिखी लड़कियों को ऐसे रिश्तों में नहीं रहना चाहिए.


सोचती हैं वे खुले विचारों की हैं...


केंद्रीय मंत्री इतना पर ही नहीं रुके, उन्होंने यहां तक कह दिया- "ऐसी घटनाएं उन सभी लड़कियों के साथ हो रही हैं जो पढ़ी-लिखी हैं और सोचती हैं कि वे बहुत खुले विचारों की हैं, अपने भविष्य के बारे में निर्णय लेने की क्षमता रखती हैं. ऐसी लड़कियां लिव-इन में फंस जाती हैं. लड़कियों को ध्यान रखना चाहिए कि वे ऐसा क्यों कर रही हैं."


मंत्री के बयान से हुआ विवाद


केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर के इस बयान के बाद विवाद भी शुरू हो गया. विपक्ष की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने ट्वीट के माध्यम से मंत्री की आलोचना की. शिवसेना सांसद ने लिखा- "आश्चर्य है कि उन्होंने यह नहीं कहा कि इस देश में जन्म लेने के लिए लड़कियां जिम्मेदार हैं. बेशर्म, हृदयहीन और क्रूर, सभी समस्याओं के लिए महिलाओं को दोष देने की मानसिकता पनप रही है."


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