UP-Bihar Budget: पूरा विश्व इस समय कोरोना महामारी की चपेट में है. वैक्सीन का निर्माण हो जाने के बाद भी कोरोना का खतरा अभी टला नहीं है. बीते लगभग एक साल से भारत में भी कोरोना ने आतंक मचाया हुआ है. पिछले साल तो हालात ऐसे बने कि देश को सख्त लॉकडाउन के दौर से गुजरना पड़ा. ऐसे में पूरे देश में पलायन का भयानक मंजर भी दिखा. पलायन की सबसे दर्दनाक तस्वीरें यूपी और बिहार में देखने को मिली. सड़कों पर महीनों तक इन दोनों राज्यों के प्रवासी मजदूरों का रेला चलता रहा. इस वजह से इस बार इन राज्यों के बजट पर पूरे देश की निगाहें टिकी थी. हालांकि इस बजट में दोनों ही राज्यों ने प्रवासी मजदूरों के लिए कोई विशेष प्रावधान नहीं किया.


साल 2021 का बजट जहां यूपी में योगी सरकार का आखिरी पूर्णकालिक बजट था, तो वहीं बिहार में नीतीश कुमार के एक फिर से सत्ता में आने के बाद का पहला बजट था. यूपी में इसी साल अप्रैल महीने में पंचायत चुनाव होने हैं, ऐसे में योगी सरकार के बजट में चुनावी झलक भी देखने को मिली. वहीं नीतीश सरकार के बजट में महिलाओं के कल्याण पर जोर था.


योगी सरकार ने साढ़े पांच लाख करोड़ का बजट पेश किया


उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने सोमवार को विधानमंडल में 5 लाख 50 हजार 270 करोड़ 78 लाख रुपये का बजट पेश किया. राज्य में पंचायत चुनाव की सरगर्मियों के बीच पेश किए गए इस बजट में सरकार अगले साल के विधानसभा चुनाव के लिए भी पुख्ता जमीन तैयार करने की कोशिश कर रही है. बजट में कन्या सुमंगल योजना के लिए 1200 करोड़, महिला शक्ति केंद्रों के लिए 32 करोड़ रुपये, गांव में स्टेडियम के लिए 25 करोड़ रुपये, संस्कृत स्कूलों में फ्री छात्रावास की सुविधा, बीमा के लिए 600 करोड़ की व्यवस्था, अधविक्ता चैंबर के लिए 20 करोड़ रुपये, प्रदेश की नहरों के लिए 700 करोड़, डिजिटल स्वास्थ्य मिशन के लिए 32 करोड़ रुपये, पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के लिए 1107 करोड़ रुपये, निर्माधाीन मेडिकल कालेजों के लिए 950 करोड़ रुपये, चित्रकूट में पर्यटन के लिए 20 करोड़ रुपये की व्यवस्था की गयी है.


वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने बताया कि 2021-22 का बजट युवाओं और रोजगारों को समर्पित है. प्रदेश की हर महिला को सुरक्षा दे रहे हैं. अपराधियों पर सरकार कठोर कार्रवाई कर रही है. बजट में यूपी को आत्मनिर्भर बनाने के लक्ष्य का प्रावधान है.


बिहार में 2 लाख 18 हजार 303 करोड़ रुपये का बजट पेश


बिहार के उपमुख्यमंत्री और वित्त मंत्री तारकिशोर प्रसाद ने सोमवार को बिहार विधानसभा में वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए बजट पेश किया. पेश किए गए बजट के अनुसार अगले एक साल में सरकार कुल 2 लाख 18 हजार 303 करोड़ रुपये खर्च करेगी. इसमें राज्य के विकास योजना मद में 1,00,51,880 करोड़ रूपये और स्थापना और प्रतिबद्ध व्यय मद में 1,17,783.84 करोड़ रुपये है.


आबादी के लिहाज से देश का सबसे बड़ा राज्य है यूपी


बता दें कि उत्तर प्रदेश आबादी के लिहाज से देश का सबसे बड़ा राज्य है. साल 2011 की जनगणना के मुताबिक यूपी की आबादी तकरीबन 20 करोड़ है. लोकसभा सीटों के लिहाज से भी यूपी देश का सबसे बड़ा राज्य है. यहां से लोकसभा के 80 सदस्य चुनकर सदन में पहुंचते हैं.


आबादी के लिहाज से यह देश का तीसरा सबसे बड़ा राज्य है बिहार


वहीं बिहार की बात करें तो आबादी के लिहाज से यह देश का तीसरा सबसे बड़ा राज्य है. 2011 की जनगणना के मुताबिक बिहार में 10 करोड़ से ज्यादा की आबादी है. वहीं 40 संसद सदस्य बिहार से लोकसभा के लिए चुने जाते हैं.


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