नई दिल्ली: आज बिहार में दूसरे चरण की 94 विधानसभा सीटों के साथ 10 राज्यों की 54 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए वोट डाले गए. इस उपचुनाव में लोगों में काफी उत्साह दिखा. जिन सीटों पर उपचुनाव के लिए वोट डाले गए, उनमें मध्य प्रदेश की 28 विधानसभा सीटें भी शामिल हैं, जहां अपनी सरकार बचाने के लिए कांग्रेस के साथ बीजेपी का कड़ा मुकाबला है.
कोविड-19 महामारी के कारण उपचुनावों के लिए व्यापक प्रबंध किये गये थे. इन प्रबंधों में चुनाव कर्मियों के लिए निजी सुरक्षा उपकरण (पीपीई), भीड़ एकत्र होने से बचने के लिए अधिक मतदान केन्द्र, थर्मल स्क्रीनिंग, सैनिटाइजर, मतदाताओं के लिए मास्क एवं दस्ताने और सामाजिक दूरी सुनिश्चित करना शामिल है.
आज उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, हरियाणा, छत्तीसगढ़, झारखंड, नगालैंड, गुजरात, कर्नाटक, तेलंगाना और ओडिशा में वोट डाले गए. मतगणना 10 नवम्बर को होगी.
बिहार
चुनाव आयोग ने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के तहत 94 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में 54.05 प्रतिशत मतदान हुआ.
उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश में मंगलवार को सात विधानसभा सीटों पर वोट डाले गए. यहां 53 फीसदी मतदाताओं ने मताधिकार का प्रयोग किया. नौगांवा सादात, बुलंदशहर, टूंडला, बांगरमऊ, घाटमपुर, देवरिया और मल्हनी सीट पर निर्दलीय समेत कुल 88 उम्मीदवार मैदान में हैं.
जिन सात सीटों पर चुनाव हुआ है, उनमें नौगांव-सादात सीट भी शामिल है. राज्य सरकार में मंत्री रहे पूर्व क्रिकेटर चेतन चौहान के निधन से रिक्त हुई नौगांव-सादात सीट पर बीजेपी ने उनकी पत्नी संगीता चौहान को चुनाव मैदान में उतारा. राज्य में एक अन्य अहम सीट बांगरमऊ (उन्नाव) सीट है, जो कुलदीप सिंह सेंगर के बलात्कार मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद रिक्त हुई थी.
हरियाणा
हरियाणा की बरोदा विधानसभा सीट पर वोट डाले गए. यहां 68 फीसदी मतदाताओं ने मताधिकार का प्रयोग किया. बीजेपी ने इस सीट से पहलवान योगेश्वर दत्त को उम्मीदवार बनाया है. कांग्रेस विधायक श्री कृष्ण हुड्डा के निधन के बाद अप्रैल में बरोदा सीट रिक्त हो गई थी.
मध्य प्रदेश
सभी की नजरें मध्य प्रदेश पर टिकी हैं, जहां 28 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के परिणाम प्रदेश में किसी भी दल की सरकार बनाने में अहम साबित हो सकते हैं. राज्य की 229 सीटों में से 107 विधायक बीजेपी के हैं और उसे बहुमत के लिए कम से कम आठ और विधायकों की आवश्यकता है.
जिन 28 सीटों के लिए राज्य में उपचुनाव हुआ है, उनमें से 27 सीटों पर कांग्रेस के विधायक थे. कुल 25 सीटें कांग्रेस विधायकों के इस्तीफा देकर बीजेपी में आने से खाली हुए हैं, जबकि दो सीटें कांग्रेस के विधायकों के निधन से और एक सीट बीजेपी विधायक के निधन से रिक्त है. प्रदेश की 28 विधानसभा सीटों पर 66.37% मतदाताओं ने मताधिकार का प्रयोग किया.
गुजरात
गुजरात में आठ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव कराने की आवश्यकता इसलिये हुयी, क्योंकि इस साल जून में राज्यसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के विधायकों ने इस्तीफा दे दिया था. इनमें से पांच बाद में बीजेपी में शामिल हो गये थे और वे फिर चुनाव लड़ रहे हैं. आठ सीटों पर 57.98 फीसदी मतदाताओं ने मताधिकार का प्रयोग किया.
कर्नाटक
कर्नाटक में दो विधानसभा सीटों - बेंगलुरु शहरी जिला स्थित राजराजेश्वरी नगर और तुमकुरु जिला स्थित सिरा में आज उपचुनाव के लिए वोट डाले गए. यहां 51.3% मतदाताओं ने मताधिकार का प्रयोग किया.
सिरा से विधायक बी सत्यनारायण के निधन और आरआर नगर से कांग्रेस के विधायक मुनिरत्ना के इस्तीफा देने के चलते यहां उपचुनाव कराना पड़ रहा है. बी सत्यनारायण जद (एस) से थे.
आरआर नगर में, बीजेपी ने कांग्रेस के पूर्व विधायक मुनिरत्ना को अपना उम्मीदवार बनाया है, जबकि कांग्रेस ने पूर्व आईएएस अधिकारी दिवंगत डी के रवि की पत्नी एच कुसुम को टिकट दिया है. वहीं जद (एस) ने वी कृष्णमूर्ति को मैदान में उतारा है.
सिरा में, भाजपा, कांग्रेस और जद(एस) ने क्रमश: डॉ राकेश गौड़ा, पूर्व मंत्री टी बी जयचंद्र और पूर्व (जद-एस) विधायक बी सत्यनारायण की पत्नी अम्माजम्मा को मैदान में उतारा है.
छत्तीसगढ़
छत्तीसगढ़ में मरवाही विधानसभा सीट पर 71.99% मतदाताओं ने मताधिकार का प्रयोग किया. उपचुनाव में कांग्रेस और मुख्य विपक्षी बीजेपी के बीच मुकाबला देखा गया. राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के निधन के बाद से यह सीट रिक्त हुई है.
तेलंगाना
तेलंगाना की दुब्बाक विधानसभा सीट पर 81.44% मतदाताओं ने वोटिंग की. इस सीट पर मुख्य मुकाबला टीआरएस, बीजेपी और कांग्रेस उम्मीदवारों के बीच है. टीआरएस के विधायक सोलीपेटा रामलिंगा रेड्डी का इस साल अगस्त में बीमारी के बाद निधन हो गया था जिसके बाद इस सीट पर उपचुनाव की जरूरत हुई. टीआरएस ने उनकी पत्नी सोलीपेटा सुजाता को अपना उम्मीदवार बनाया है.
झारखंड
झारखंड में दुमका (सु) और बेरमो विधानसभा सीटों के लिए हुए उपचुनाव में 62.46 प्रतिशत मतदान हुआ है. मतदान समाप्त होने के साथ ही दोनों सीटों से कुल 28 उम्मीदवारों के राजनीतिक भाग्य का फैसला ईवीएम मशीनों में बंद हो गया.
ओडिशा
ओडिशा में दो विधानसभा सीटों के लिए उपचुनाव में कुल 4.67 लाख मतदाताओं में से 70 प्रतिशत से अधिक ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया. बालासोर से बीजेपी विधायक मदन मोहन दत्ता और तीर्थोल से बीजू जनता दल (बीजद) के विधायक विष्णु चरण दास के निधन की वजह से इन सीटों पर उपचुनाव हो रहा है. बीजेपी ने बालासोर सीट से मदन मोहन दत्ता के पुत्र मानस कुमार दत्ता को टिकट दिया है जबकि बीजद ने स्वरूप दास को तथा कांग्रेस ने ममता कुंडू को इस सीट से टिकट दिया है. तीर्थोल सीट पर बीजद ने विष्णु चरण दास के बेटे बिजय शंकर दास को अपना उम्मीदवार बनाया है जबकि कांग्रेस ने हिमांशु भूषण मलिक व भाजपा ने राजकिशोर बेहेरा को इस सीट से अपना प्रत्याशी बनाया है.
नगालैंड
नगालैंड में विधानसभा की दो सीटों पर हुए उपचुनाव में करीब 87.1 प्रतिशत ने वोट डाला. सदर्न अंगामी-1 सीट से तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष विखो-ओ यहोशु विधायक थे, जबकि पुंगरो किफिरे सीट का प्रतिनिधित्व नगा पीपल्स फ्रंट के टी तोरेचु कर रहे थे. दोनों के निधन की वजह से इन सीटों पर उपचुनाव हो रहा है.
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