Bihar: एक ओर सनकी अधिकारी और दूसरी ओर महासनकी', उपेंद्र कुशवाहा ने शिक्षा विभाग विवाद पर CM नीतीश को लताड़ा
Bihar Education Department Dispute: जेडीयू से अलग होने के बाद उपेंद्र कुशवाहा लगातार बिहार का दौरा कर रहे हैं. वहीं, सीतामढ़ी पहुंचे उपेंद्र कुशवाहा ने शिक्षा विभाग विवाद को लेकर बड़ा बयान दिया.
सीतामढ़ी: राष्ट्रीय लोक जनता दल के सुप्रीमो उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) शुक्रवार को सीतामढ़ी पहुंचे थे. इस दौरान मीडिया से शिक्षा विभाग (Education Department) विवाद सहित कई मुद्दों पर बात की. बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि बिहार में शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह चौपट है. भविष्य में व्यवस्था में सुधार होगी, इसका कोई संकेत नहीं है. शिक्षा मंत्री शिक्षा विभाग का काम छोड़कर बाकी दुनिया का सारा काम कर रहे हैं. विभाग में मंत्री बनाम अधिकारी चल रहा है. एक तरह से सीएम शिक्षा विभाग ही नहीं, बल्कि पूरे बिहार को राम भरोसे छोड़ दिए हैं. शिक्षा मंत्री और विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक (KK Pathak) के बीच विवाद को लेकर पत्रकारों के सवाल पर कुशवाहा ने कहा कि एक ओर सनकी अधिकारी और दूसरी ओर महासनकी शिक्षा मंत्री के बीच लड़ाई चल रही है. दोनों के बीच वर्चस्व की लड़ाई है. बच्चों के भविष्य के लिए कोई निर्णय नहीं लिया जा रहा है.
सीएम नीतीश कुमार तेजस्वी से इस्तीफा लें- उपेंद्र कुशवाहा
सीएम नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव पर हमला बोलते हुए उपेंद्र कुशवाहा ने सीएम को नैतिकता का पाठ भी पढ़ाया. उन्होंने कहा कि डिप्टी सीएम चार्जशीटेड हो गए हैं. अब तो नीतीश कुमार को तेजस्वी यादव से इस्तीफा ले लेनी चाहिए. मुख्यमंत्री में अगर हिम्मत है तो तेजस्वी यादव से नैतिकता के आधार पर इस्तीफा ले लें. वहीं, एक अन्य सवाल के जवाब में कुशवाहा ने कहा कि अभी गंठबंधन के मुद्दे पर कोई निर्णय नहीं हुआ है. लोकसभा की कितनी सीटों पर पार्टी चुनाव लड़ेगी? इस सवाल पर उन्होंने कहा कि गठबंधन के बाद इस पर निर्णय लेंगे. सभी जगह पार्टी की तैयारी चल रही है.
'सदन को छोड़कर सड़क पर उतरते हैं'
सीएम नीतीश कुमार से जुड़े एक सवाल के जवाब में कुशवाहा ने कहा कि लोग सड़क से सदन में जाने के लिए पाला बदलते हैं, जबकि वे जनता के हित में सदन को छोड़कर सड़क पर उतरते हैं और संघर्ष करते हैं. उन्होंने जेडीयू में टूट का दावा किया और कहा कि दो-चार को छोड़कर सभी को लग गया है कि जेडीयू डूबती नाव है. आगे आरजेडी का नाम लिए बिना उन्होंने कहा कि हम 2005 के पहले वाली सरकार को कभी नहीं आने देंगे. वह सरकार गरीबों के हक के साथ घातमारी की है. उन्होंने कार्यकर्ताओं से यह अपील की कि संगठन की मजबूती पर जोर दें.
उपेंद्र कुशवाहा ने की ये मांग
रामफल मंडल को भी याद करते हुए आरएलजेडी के अध्यक्ष ने कहा कि जिला में नवनिर्मित मेडिकल कॉलेज का नाम शहीद रामफल मंडल के नाम पर होना चाहिए. इसके लिए पार्टी भी प्रयासरत है. उनकी पार्टी इस मुद्दे को लेकर राज्यपाल से भी मिली भी है. वहीं. यह कार्यक्रम शहर के राजेंद्र भवन में हुआ, जिसकी अध्यक्षता आरएलजेडी के जिलाध्यक्ष चंद्रिका पासवान ने की. कार्यक्रम का उद्घाटन पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने किया.
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