पटना: आरएलजेडी प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान उन्होंने मीडिया से कई मुद्दों पर बातचीत की. उपेंद्र कुशवाहा ने महागठबंधन सरकार पर जमकर हमला बोला. सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के 73 साल वाले बयान पर उन्होंने कहा कि यह बयान सुनकर मुझे दुख हुआ. राजनीतिक रूप से नीतीश कुमार अब लगभग समाप्त है, यह बात ठीक है. राजनीति में उनका कुछ नहीं बचा है, उनकी पार्टी पूरी तरह से समाप्त है. यह बात भी ठीक है, लेकिन एक व्यक्ति के रूप में आरजेडी (RJD) के दबाव में, घबराहट में किस रूप में कहा? लेकिन मुझे लगता है कि कहीं ना कहीं से कुछ अंदर की चीज है, जो उन्हें प्रवाहित कर रही है.


लॉ एंड ऑर्डर को लेकर सरकार पर उपेंद्र कुशवाहा का तंज


महागठबंधन सरकार के एक साल पूरे होने पर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि नीतीश-तेजस्वी सरकार के साल तो हो गए हैं, लेकिन सरकार बनने के पहले से आरजेडी के राजकुमार नौजवानों को झांसा देते रहे हैं कि सरकार बनेगी तो 10 लाख लोगों को सरकारी नौकरी मिलेगी. एक साल में कितनी कैबिनेट की बैठक हो हुई. अब सब हवा-हवाई दिख रही है और जहां तक बात लॉ एंड ऑर्डर की है तो आरजेडी के रहते लॉ एंड ऑर्डर ठीक हो जाए, यह तो एक दोनों का उल्टा है. आरजेडी के रहते लॉ तो ठीक हो जाए, यह तो हो ही नहीं सकता है. बिहार में जब से आरजेडी के साथ मिलकर सरकार चल रही है दुष्कर्म, हत्या और लूट की घटना में बढ़ोतरी हुई है.


लालू यादव को किसी बात से मतलब है- उपेंद्र कुशवाहा


 आगे आरएलजेडी प्रमुख ने कहा कि राहुल गांधी के राहुल गांधी अभी में इतने मैच्योर  नहीं हुए हैं, उनके सलाहकारों ने जो उन्हें लिख कर दिया, उसे ही वो संसद भवन में वह बोल रहे थे. हम भी उनका बयान सुन रहे थे, वह जो भी बोल रहे थे. अपरिपक्वता के कारण अनाप-शनाप बोल रहे थे. अनाप-शनाप बोलने से देश की जनता तो यह सब समझती है. वहीं, लालू यादव द्वारा एनडीए के ऊपर किए ट्वीट पर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि लालू यादव को किसी बात से मतलब है, उनको तो इस बात से मतलब है कि उनका बेटा कैसे मुख्यमंत्री बन जाए. वह अलग बात है कि वह बीच में कुछ-कुछ बोलते रहते हैं.


'हम तो खुद 73 साल के हो गए हैं'


वहीं, बता दें कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को बिहार म्यूजियम के स्थापना दिवस कार्यक्रम में कहा कि बिहार म्यूजियम को अच्छे तरीके से बनाया गया है और हम कहते हैं कि अक्सर पेपर का इस्तेमाल किया जाए, क्योंकि टेक्नोलॉजी तो पृथ्वी के नाश होने के साथ खत्म हो जाएगी. हम तो खुद 73 साल के हो गए हैं. अब जाने वाले हैं. आने वाली जनरेशन के लिए इन सब चीज को बचा कर रखना है.


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