Upendra Kushwaha: राष्ट्रीय लोक मोर्चा के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा 2024 के लोकसभा चुनाव में एनडीए के साथ काराकाट सीट से चुनाव लड़े लेकिन हार गए. बीजेपी ने अब उन्हें राज्यसभा भेज दिया है. अब राज्यसभा सांसद बनने के बाद उपेंद्र कुशवाहा के तेवर बदले-बदले से दिख रहे हैं. बीते मंगलवार (10 सितंबर) को दिल्ली में उपेंद्र कुशवाहा ने संवाददाता सम्मेलन किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि लोकसभा और विधानसभा के चुनाव का फॉर्मूला अलग-अलग होता है. ऐसे में उनका साफ संदेश था कि 2025 में एलएस (लोकसभा) वाला फॉर्मूला नहीं चलेगा.
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा, "फॉर्मूला तो विधानसभा और लोकसभा का अलग-अलग होता ही है, और लोकसभा का जो फॉर्मूला हुआ उससे थोड़ा नुकसान भी हुआ है. तो पुराने अनुभव के आधार पर आदमी आगे करेक्ट करता है, इसलिए करेक्शन होगा." इस बयान के जरिए उपेंद्र कुशवाहा ने एनडीए के सहयोगी दलों को यह बताने का प्रयास किया है कि आगामी विधानसभा चुनाव में उनको कमजोर समझना ठीक नहीं होगा. वह सीटों की दावेदारी में पीछे नहीं रहने वाले हैं.
आज पटना आ रहे हैं उपेंद्र कुशवाहा
उपेंद्र कुशवाहा आज दिल्ली से पटना लौटने वाले हैं. दोपहर 3:45 बजे पटना एयरपोर्ट पर पहुंचेंगे. उनके स्वागत के लिए उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने पूरी तैयारी की है. बैंड बाजा बजाते हुए फूलों से वर्षा की जाएगी और उनका भव्य स्वागत किया जाएगा.
उपेंद्र कुशवाहा बिहार में कितने मजबूत?
उपेंद्र कुशवाहा बिहार के पुराने नेता हैं. 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव को याद करें तो उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक समता पार्टी, मायावती की बहुजन समाज पार्टी और असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम, तीनों एक साथ गठबंधन करके चुनाव लड़ी थी. आंकड़े में सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि ओवैसी की पार्टी को 5 सीट मिली, लेकिन उनका वोट प्रतिशत सिर्फ 1.24% था. वहीं बहुजन समाजवादी पार्टी भी एक सीट पर जीत हासिल की थी. इस पार्टी को 1.49% वोट मिले थे. हालांकि उपेंद्र कुशवाहा को एक भी सीट नहीं आई, लेकिन 1.77% वोट मिला जो बाकी दोनों सहयोगी पार्टियों से ज्यादा था.
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