पटना: जेडीयू (JDU) संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) के नाम पर इन दिनों बिहार में सियासी घमासान छिड़ गया है. इसको लेकर लगातार आरोप-प्रत्यारोप जारी है. वहीं, इस मुद्दे पर राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री आलोक मेहता (Alok Mehta) ने गुरुवार को कहा कि उनके पैर में चक्का लगा हुआ है. एक जगह तो टिकते नहीं हैं फिर हिस्सा की मांग क्या कर रहे हैं? उपेंद्र कुशवाहा का आना-जाना लगा रहता है. इसमें कोई नई घटना नहीं हुई है. इसको तूल देने वाली कोई बात नहीं है.


जगदेव बाबू की बातों के साथ आरजेडी है- आलोक मेहता


आलोक मेहता ने कहा कि उपेंद्र कुशवाहा हमसे उम्र में बड़े हैं लेकिन मुझे कहते हुए बहुत खेद महसूस हो रहा हूं. जगदेव बाबू की बातों को लेकर मैंने भी बराबरी की बात कही थी. गैर बराबरी थी जगदेव बाबू उसको बराबरी करने की बात कहा करते थे. आज गैर बराबरी फिर हो गई है जिसे बराबर करने की बात फिर से हो रही है. जगदेव बाबू जो बोले थे उसी बात को मैं बोल रहा हूं और उनकी बातों की हमारी पार्टी समर्थन करती है.


'उपेन्द्र कुशवाहा दूसरी- तीसरी पार्टी में टेंट डाले हुए हैं'


उपेन्द्र कुशवाहा के 'त्रिवेणी' वाले बयान पर आलोक मेहता ने उपेन्द्र कुशवाहा पर तंज कसते हुए कहा कि लाइन में लगकर टिकट नहीं कटाना है. मुख्यमंत्री की कुर्सी सिर्फ जातीय आधारित नहीं हो सकती है लेकिन अगर वो जातीय आधारित राजनीति ही करते रहे हैं तो उसमें भी सकारात्मक राजनीति का एक स्थान होता है. उपेन्द्र कुशवाहा दूसरी- तीसरी पार्टी में टेंट डाले हुए हैं. एक जगह रहते नहीं हैं फिर हिस्सा किस चीज की मांग कर रहे हैं?.बहुमत से कोई मुख्यमंत्री बनता है. यहां लोकतांत्रिक व्यवस्था है. यहां जातियों से मुख्यमंत्री का नंबर नहीं लगा हुआ है.


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