पटना: बिहार में महागठबंधन की सरकार है और जल्द ही धोखा पार्ट-3 भी देखने को मिल सकता है. क्योंकि जेडीयू के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) एनडीए (NDA) के शीर्ष नेताओं के संपर्क में हैं. राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रवण कुमार अग्रवाल ने शनिवार को यह दावा किया है. रालोजपा (RLJP) के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रवण कुमार अग्रवाल ने आगे कहा कि उनकी पार्टी ने पहले ही उपेंद्र कुशवाहा को आगाह किया था कि नीतीश कुमार उनके साथ पहले भी दो बार धोखा दे चुके हैं और उपेंद्र कुशवाहा के साथ नीतीश कुमार जल्द ही धोखा पार्ट 3 को अंजाम देंगे जो पूरी तरह से सच साबित होगा.
राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि नीतीश कुमार के कारण उपेंद्र कुशवाहा को काफी नुकसान उठाना पड़ा है. नीतीश कुमार ने उनको लालच में फंसा कर उनकी पार्टी को भी समाप्त कर दिया. नीतीश कुमार लव-कुश का नारा देकर 17 वर्षों से सत्ता में हैं लेकिन उन्होंने हमेशा कुशवाहा समाज और अति पिछड़े वर्गों की उपेक्षा की है. कुशवाहा समाज और अति पिछड़ों का सच्चा हितैषी सही मायने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और एनडीए गठबंधन ही है.
'जेडीयू के बड़े नेताओं ने रची साजिश'
श्रवण कुमार ने कहा कि बीजेपी और एनडीए ने उपेंद्र कुशवाहा को उचित सम्मान देकर केंद्र में मंत्री बनाया था. आज बिहार में नेता प्रतिपक्ष की भूमिका में कुशवाहा समाज के बड़े नेता सम्राट चौधरी नेता प्रतिपक्ष का दायित्व संभाल रहे हैं तथा कुशवाहा समाज और पिछड़े और अति पिछड़ों के हक और अधिकार की लड़ाई को पूरी मजबूती से सदन में रख रहे हैं. भ्रष्टाचार के आरोप में संलिप्त लालू प्रसाद के पुत्र तेजस्वी यादव को नीतीश कुमार ने उपमुख्यमंत्री बनाया और जब उपेंद्र कुशवाहा को उपमुख्यमंत्री बनाने की बात आई तो जेडीयू के बड़े नेताओं ने साजिश रचकर कुछ कुशवाहा समाज के विधायकों से उपेंद्र कुशवाहा की दावेदारी का विरोध करा दिया.
'सही हकदार थे उपेंद्र कुशवाहा'
मुख्यमंत्री के ही बयान का जिक्र करते हुए श्रवण कुमार ने कहा कि अब नीतीश कुमार के द्वारा तेजस्वी यादव को आगे बढ़ाने और उन्हीं को विरासत सौंपने की बात की जा रही है. सही मायनों में नीतीश कुमार के बाद उनकी विरासत का सच्चा और सही हकदार उपेंद्र कुशवाहा थे. उपेंद्र कुशवाहा ने नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठाने में भी काफी सहयोग किया था. जल्द ही बिहार के महागठबंधन में बड़ी टूट होगी. उपेंद्र कुशवाहा सहित महागठबंधन में शामिल और एक बड़े नेता अपनी पार्टी के साथ एनडीए में विधिवत शामिल होने की घोषणा कर सकते हैं.
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