Upendra Kushwaha Meet Amit Shah: अमित शाह से क्या बात हुई? पटना पहुंचे उपेंद्र कुशवाहा ने दे दिए बड़े संकेत!
Upendra Kushwaha First Reaction: गृह मंत्री अमित शाह के साथ गुरुवार को उपेंद्र कुशवाहा ने मुलाकात की थी. आज शुक्रवार को वो पटना पहुंचे हैं. पटना एयरपोर्ट पर मीडिया को बयान दिया है.
पटना: राष्ट्रीय लोक जनता दल के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) ने गुरुवार को दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) से मुलाकात की थी. इस मुलाकात के दौरान बिहार बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल (Sanjay Jaiswal) भी मौजूद थे. आज शुक्रवार (21 अप्रैल) को दिल्ली से पटना आने के बाद उपेंद्र कुशवाहा ने मुलाकात को लेकर बड़े संकेत दिए हैं.
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि हमारी मुलाकात गृह मंत्री अमित शाह से हुई है. जाहिर है कि मुलाकात हुई है तो कुछ बात हुई ही होगी. मुलाकात ही बात करने के लिए होती है. इस दौरान कुशवाहा ने मीडिया के सवालों के जवाब में खुद ही कह दिया कि आप लोग अटकलें लगाने के लिए स्वतंत्र हैं. क्या बात हुई जब मुझे आवश्यकता महसूस होगी तब मैं आप लोगों को खुद बुलाकर बताएंगे. कौन सी बात बताएंगे और कौन सी नहीं बताएंगे यह मेरे ऊपर रहने दीजिए.
एनडीए में शामिल होंगे उपेंद्र कुशवाहा?
इधर सियासी गलियारे में कयास लगाया जा रहा है कि उपेंद्र कुशवाहा एक बार फिर से एनडीए में शामिल हो सकते हैं. इस सवाल के जवाब में कुशवाहा ने कहा कि हमको जो बात बतानी होगी तब हम आपको (मीडिया) बुलाकर बताएंगे. उस स्तर तक अभी हम खुद को तैयार नहीं कर पाए हैं कि उन सब चीजों को शेयर कर पाएं.
'2024 में नरेंद्र मोदी के लिए चैलेंज नहीं'
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि नरेंद्र मोदी के सामने 2024 में कोई चैलेंज ही नहीं है. नीतीश कुमार की विपक्षी एकजुटता के प्रयास पर कहा कि क्या नया था? मुलाकात के बाद जब मीडिया से मुखातिब हुए तो उस वक्त नीतीश कुमार के साथ वही लोग थे जो बिहार में नीतीश कुमार के साथ होते हैं. नीतीश कुमार ने जिन जिन विषयों पर जो जो पॉलिसी बनाई है उनमें से अधिकांश पॉलिसी का खामियाजा आज राज्य भुगत रहा है.
मीडिया को बयान देते हुए आगे कुशवाहा ने कहा कि शिक्षक बहाली की जो राज्य सरकार की प्रक्रिया है इस पर हम लोग बार-बार कह रहे हैं कि यह गलत है. इससे क्वालिटी शिक्षा नहीं मिलेगी. हम लोगों ने कहा था कि आयोग बनाकर करें शिक्षकों की बहाली, लेकिन ध्यान नहीं दिया गया. अब जाकर नीतीश कुमार संशोधन कर हमारी बातों को ही मान रहे हैं. जो भविष्य बर्बाद हुआ है उसको कौन लौटाएगा? काफी चीजों को बदलने की जरूरत पहले थी, लेकिन बदलने का निर्णय अब ले रहे हैं.