पटना: उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) को लेकर जेडीयू (JDU) में घमासान जारी है. उपेंद्र कुशवाहा लगातार पार्टी कमजोर होने की बात कह रहे हैं. इसको लेकर उपेंद्र कुशवाहा ने पटना के सिन्हा लाइब्रेरी में रविवार और सोमवार को जेडीयू कार्यकर्ताओं की बैठक बुलाई है. वहीं, रविवार को इस बैठक को लेकर जेडीयू प्रदेश उपाध्यक्ष जितेंद्र नाथ (Jitendra Nath) ने कहा कि मुख्यमंत्री अपने स्वविवेक से पार्टी नहीं चला रहे हैं. नीतीश कुमार (Nitish Kumar) आज बेबस हैं. नीतीश कुमार को पीएम बनाने की मंशा नहीं है. नीतीश कुमार को बिहार की राजनीति से भगाने की साजिश हो रही है और फिर सत्ता उनको सौंप दी जाए जिनके खिलाफ 1994 में बगावत शुरू हुई थी.
'नीतीश कुमार से कोई शिकायत नहीं है'
जितेंद्र नाथ ने कहा कि नीतीश कुमार आज वहां खड़े नहीं है जहां उनको होना चाहिए लेकिन इस बैठक में अभी तक कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया है. जेडीयू से हम अलग नहीं हो रहे हैं. जेडीयू को हम ठीक करना चाहते हैं लेकिन आने वाले दिनों में जेडीयू में सबकुछ ठीक नहीं हुआ तो कुछ और बातें हो सकती हैं. इस बैठक में शामिल नेताओं में काफी आक्रोश और दुख भी है. कई नेता तो रोने भी लगे थे. उनका कहना था कि हम जो जेडीयू को बनाना चाहते थे उसे नहीं बना पा रहे हैं. इन सब के बावजूद भी नीतीश कुमार से कोई शिकायत नहीं है.
चार प्रदेश उपाध्यक्ष हुए शामिल
जेडीयू प्रदेश उपाध्यक्ष ने कहा कि आज की बैठक में जेडीयू के समर्पित कार्यकर्ताओं को बुलाया गया था. इसे जेडीयू नेता उपेंद्र कुशवाहा ने बुलाई थी. इस बैठक का उद्देश्य जेडीयू को मजबूत करना था. इस बैठक में प्रदेश अध्यक्ष शामिल नहीं हुए लेकिन बैठक में चार प्रदेश उपाध्यक्ष शामिल हुए थे. एमएलसी रामेश्वर महतो भी बैठक में शामिल हुए. बैठक में कुल 54 लोगों ने अपनी बात रखी.
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