पटना: जेडीयू से इस्तीफा देने के बाद बुधवार को उपेंद्र कुशवाहा ( Upendra Kushwaha Reaction ) ने पीसी की. इस दौरान उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार (Nitish Kumar)  की स्थिति बहुत ही खराब हो चुकी है. महागठबंधन सरकार में उनकी नहीं चल रही है. जब यह सरकार बनी थी तब ही तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाने की डील हुई थी. कहा कि मंगलवार को आरजेडी विधायक विजय मंडल ने खुद कहा कि मार्च 2023 में तेजस्वी मुख्यमंत्री बनेंगे. मैं यह पहले ही बोल चुका हूं की तेजस्वी को सीएम बनाने की डील हुई है.


तेजस्वी पर ललन सिंह की बातों का असर


आगे कहा कि मंगलवार को हुए एक सरकारी कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव डेढ़ या दो घंटा देरी से आए. नीतीश को इंतजार करा रहे थे. तेजस्वी घर पर थे तो क्या घर से आने में इतना समय लगा. कहा कि हम तो नीतीश और जेडीयू को बचाना चाहते थे, लेकिन सफल नहीं हो पाए. जिस दिन पार्टी बनाने का ऐलान किया, उसी दिन जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने मुख्यमंत्री के बयान से उल्टा जवाब दिया कि तेजस्वी 2025 में महागठबंधन के सीएम कैंडिडेट होंगे या नहीं यह 2025 में तय होगा. उधर, नीतीश ने बयान दिया था की तेजस्वी के नेतृत्व में महागठबंधन 2025 की बिहार विधानसभा चुनाव लड़ेगा. ललन सिंह के बयान से तेजस्वी नाराज थे इसलिए सरकारी कार्यक्रम में देरी से पहुंचे.


बीजेपी से सांठ गांठ पर बोले कुशवाहा


तेजस्वी की नाराजगी को देखते हुए ललन सिंह को अपने बयान पर सफाई देनी पड़ी कि उनके बयान को गलत तरीके से पेश किया गया है. उधर, बिहार बीजेपी अध्यक्ष संजय जायसवाल से मुलाकात की. वह पुराने मित्र हैं. जेडीयू छोड़ा इसलिए वह मिलने आए थे. शिष्टाचार मुलाकात थी. 25 फरवरी को अमित शाह की वाल्मीकि नगर में जो रैली हैं उसमें मैं नहीं जा रहा हूं. यह बीजेपी की रैली है. बीजेपी से गठबंधन को लेकर कोई बातचीत नहीं हुई. साल 2024 में नरेंद्र मोदी को कोई टक्कर नहीं दे पाएगा. विपक्ष के पास दमदार चेहरा नहीं है.


कुशवाहा की नमन यात्रा


आगे कहा कि हमारी पार्टी विरासत बचाओ नमन यात्रा निकालेगी. बिहार के विभिन्न जिलों में महापुरुषों की धरती पर जाएंगे और, श्रद्धांजलि देंगे. 28 फरवरी को भितिहरवा (पश्चिम चंपारण) से यात्रा शुरु होगी. गांधी जी की कर्मभूमि है. छह मार्च को यात्रा सिवान में समाप्त होगी. यह पहला चरण होगा जिसमें मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी सहित कई जिलों में पहले चरण में जायेंगे. लोगों से बातचीत करेंगे, सभाएं भी होंगी. लोगों से राय भी लेंगे की विरासत को कैसे बचाया जाए. वहीं यात्रा का दूसरा चरण होली बाद 15 मार्च से नालंदा से शुरू होगा. दूसरे चरण की यात्रा 20 मार्च को कुर्था (अरवल) में समाप्त होगी. दूसरे चरण में शेखपुरा, भागलपुर, नवादा, भोजपुर इत्यादि जगहों पर जाएंगे


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