Bihar Politics News: बिहार में बीजेपी का साथ छोड़ आरजेडी के साथ सरकार बनाने के बाद से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पीएम पद का उम्मीदवार बनाकर दिखाया जा रहा है. पटना में जेडीयू दफ्तर के बाहर उनके समर्थन में पोस्टर लगाए गए. इतना ही नहीं सहयोगी दल आरजेडी ने भी इसका समर्थन किया है. लेकिन जेडीयू में इसको लेकर नेताओं की अलग-अलग राय देखने को मिली है. संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने नीतीश के पीएम उम्मीदवार बनने की बात को नकारा है. उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि, उनका काम विपक्षी दलों को एकजुट करना है. ये विपक्षी दल ही तय करेंगे कि उनका नेता कौन होगा.
बिहार में हमें कोई नहीं तोड़ सकता- कुशवाहा
अरुणाचल और मणिपुर में जदयू विधायक के बीजेपी में शामिल होने के बाद सुशील मोदी का कहना था कि अब बिहार की बारी है. इस सवाल पर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि जदयू को कोई बिहार में तोड़ नहीं पाएगा. ये लोग सिर्फ सपने देखते रहें. गृहमंत्री अमित शाह के सीमांचल दौरे को लेकर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि भाजपा ने जान बूझकर अल्पसंख्यक बहुल वाले इलाके चुने हैं ताकि समाज में तनाव पैदा किया जा सके, ध्रुवीकरण कराया जा सके. लोग सावधान रहें.
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बीते दिनों नीतीश से मिले थे केसीआर
मालूम हो कि अमित शाह दो दिवसीय दौरे पर मुस्लिम बहुल इलाके सीमांचल में रहेंगे. 23 सितंबर को पूर्णिया में रैली होगी. 24 सितंबर को किशनगंज मे BJP पदाधिकारियों की बैठक होगी. हाल ही में तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेकर राव ने पटना में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और लालू यादव से मुलाकात की थी. केसीआर भी पूरे विपक्ष को एक जुट करने में लगे हुए हैं. हालांकि जब इन दोनों नेताओं से प्रेस कांफ्रेंस में प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार को लेकर सवाल किया गया तो दोनों ने ही इस सवाल से बचते दिखे. दोनों जानते हैं कि किसी का भी नाम आने से विपक्षी एकता में दरार पड़ सकती है.
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