पटना: जेडीयू से इस्तीफा देकर उपेंद्र कुशवाहा ने नई पार्टी बनाई और वो अब आरएलजेडी (RLJD) के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं. अब उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) को केंद्र से वाई प्लस की सिक्योरिटी मिली है. एमएचए (MHA) ने आईबी की रिपोर्ट के आधार पर सुरक्षा दी है. इसके पहले अभी हाल ही में विकासशील इंसान पार्टी के सुप्रीमो मुकेश सहनी (Mukesh Sahni) को भी वाई प्लस की सुरक्षा दी गई थी.


किस लिए दी गई उपेंद्र कुशवाहा को सुरक्षा?


जानकारी सामने आई है कि इंटेलिजेंस ब्यूरो की रिपोर्ट के आधार पर गृह मंत्रालय ने यह फैसला लिया है. सुरक्षा को लेकर आईबी ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को एक रिपोर्ट सौंपी थी. इसी को देखते उन्हें Y+ कैटेगरी की सुरक्षा दी गई है. इधर, चिराग पासवान, मुकेश सहनी और अब उपेंद्र कुशवाहा को केंद्र से सुरक्षा बढ़ाए जाने के बाद सवाल उठने लगे हैं कि आखिर कहीं बीजेपी का कुछ प्लान तो नहीं है.



उपेंद्र कुशवाहा पहले भी नरेंद्र मोदी की सरकार में मंत्री रहे हैं और हाल ही में जेडीयू से नाता तोड़ा है. उपेंद्र कुशवाहा बड़े नेता हैं. उनकी पार्टी रह चुकी है. ऐसे में भारत सरकार को लगता है कि उनकी सुरक्षा में कोई खिलवाड़ न हो सके इसलिए यह फैसला लिया गया है. बिहार के कद्दावर नेता माने जाते हैं. एक खास वर्ग में पहचान है. आने वाले समय में लोकसभा और बिहार में 2025 में भी चुनाव होना है. 


बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कुछ दिन पहले लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास के प्रमुख चिराग पासवान को जेड कैटेगरी की सुरक्षा दी थी. चिराग के साथ लगभग 22 सुरक्षाकर्मी बिहार में रहते हैं. हालांकि वाई सुरक्षा उन्हें पहले से मुहैया कराई गई है. जेड सुरक्षा सिर्फ बिहार में ही लागू है.


केंद्र की ओर से दी जाती है कई तरह की सुरक्षा


केंद्रीय गृह मंत्रालय के प्रावधानों के अनुसार वीवीआईपी और अन्य क्षेत्र के लोगों को कई अलग-अलग तरह की कैटेगरी की सुरक्षा दी जाती है. भारत में स्पेशल प्रोटक्शन ग्रुप (SPG) की सुरक्षा सबसे बड़ी होती है. इसमें कम से कम 52 सुरक्षाकर्मी होते हैं. यह कैटेगरी सिर्फ प्रधानमंत्री को दी जाती है. इसके बाद अन्य वीआईपी के लिए चार X, Y, Y+, Z और Z+ सुरक्षा मिलती है. जेड प्लस की सुरक्षा वीवीआईपी को दी जाती है. इसके अलावा संभावित खतरे का अनुमान होने पर वीआईपी या बड़े नेताओं को जेड या वाई + सुरक्षा दी जाती है.


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