UPSC Result 2023: पिता का निधन हुआ तो मां बनी सहारा, अब यूपीएससी में हुआ बांका के लाल का रिजल्ट
Apporva Anand UPSC 163rd Rank: अपूर्व आनंद को पहले दो प्रयास में सफलता नहीं मिली, लेकिन तीसरी बार में रिजल्ट आ गया. तीन भाई बहन हैं. दोनों बहनें नौकरी करती हैं.
UPSC CSE Result: संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने 2023 की परीक्षा का परिणाम मंगलवार (16 अप्रैल) को जारी कर दिया है. बांका जिले के अमरपुर प्रखंड अंतर्गत भीखनपुर ग्राम निवासी अपूर्व आनंद ने 163वां रैंक लाकर जिले का नाम रोशन किया है. पिता के निधन के बाद मां ने सहारा बनकर हौसला बढ़ाया और आज बेटे ने कमाल कर दिया है.
कहां से हुई पढ़ाई-लिखाई?
अपूर्व आनंद ने बताया है कि उनकी स्कूलिंग देवघर में हुई. डीएवी पब्लिक स्कूल देवघर से उन्होंने मैट्रिक तक पढ़ाई की है. प्लस टू की पढ़ाई जेवीएम श्यामली रांची से हुई. इसके बाद वह आईआईटी कानपुर में पढ़ाई कर बेंगलुरु में एक कंपनी में नौकरी करने लगे. बताया कि उनके पिता ओम नारायण शर्मा किसान थे. 2015 में निधन हो गया. उनकी मां शबनम शर्मा पढ़ाई के लिए प्रेरित करती रहीं. उनके बड़े पापा श्रीनारायण शर्मा सलिल भी हौसला आफजाई करते रहे.
कैसे शुरू की यूपीएससी की तैयारी?
अपूर्व आनंद ने कहा कि उनकी बड़ी बहन नूपुर शर्मा एमबीए कर बेंगलुरु में जॉब कर रहीं हैं. छोटी बहन मधु शर्मा आईआईएम लखनऊ से पढ़ाई कर अभी बैंक ऑफ अमेरिका की मुंबई शाखा में कार्यरत हैं. उन्होंने बताया कि कोरोना काल में वह अपने गांव आ गए. गांव में परिजनों ने उन्हें यूपीएससी की तैयारी करने के लिए प्रेरित किया. इसके बाद उन्होंने वर्ष 2021 में घर पर ही ऑनलाइन तैयारी शुरू कर दी. पहले दो प्रयास में सफलता नहीं मिली, लेकिन तीसरी बार में रिजल्ट आ गया.
उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय मां सहित समस्त परिजनों को दिया. अपूर्व आनंद के बड़े पिता श्रीनारायण शर्मा सलिल की गिनती बांका जिला में एक मंझे हुए राजनीतिज्ञ के रूप में होती है. वह बीजेपी के वरिष्ठ नेता के साथ-साथ भीखनपुर पंचायत के पैक्स अध्यक्ष हैं. अपूर्व की मां शबनम शर्मा एक पढ़ी-लिखी महिला के साथ-साथ कुशल गृहिणी हैं. अपूर्व आनंद तीन भाई-बहन हैं.
बता दें कि अपूर्व आनंद भागलपुर के वर्तमान विधायक सह लोकसभा चुनाव में महागठबंधन के प्रत्याशी अजीत शर्मा के भी परिवार के सदस्य हैं. अपूर्व ने शायराना अंदाज में कहा कि मंजिल मिले या न मिले ये मुकद्दर की बात है, हम कोशिश भी न करें ये तो गलत बात है.
यह भी पढ़ें- UPSC CSE Final Result: मोतिहारी के लाल ने कैसे मारी यूपीएससी में बाजी? जानिए कितने घंटे करते थे पढ़ाई