अररिया: जिले के फारबिसगंज प्रखंड के बघुवा गांव निवासी अविनाश कुमार ने यूपीएससी फाइनल प्रतियोगिता परीक्षा में परचम लहराया है. 17वीं रैंक लाकर जिले का मान बढ़ाया है. इस कामयाबी पर परिजनों और शुभचिंतकों में खुशी की लहर है. दो बार असफल होने के बाद अविनाश को यूपीएससी परीक्षा में तीसरे प्रयास में यह कामयाबी मिली है. पिता अजय कुमार सिंह शिक्षक हैं तो वहीं मां गृहिणी हैं.
अविनाश कुमार ने दसवीं तक की पढ़ाई फारबिसगंज के श्री रानी सरस्वती विद्या मंदिर से की थी. 12वीं की पढ़ाई झारखंड के बोकारो के चिन्मय विद्यालय से पूरी की जिसमे 93.2 फीसद अंक मिला था. आगे इंजीनियरिंग की पढ़ाई पश्चिम बंगाल कोलकाता के यादवपुर विश्वविद्यालय से की. यहां से 9.36 सीजीपीए मिला और यूनिवर्सिटी ने मेडल भी दिया. परिजनों ने बताया कि अविनाश बचपन से होनहार और मेहनती रहा है. जो ठान लेता है उसे पूरा करने के बाद ही दम लेता है.
सेल्फ स्टडी की बदौलत मिली कामयाबी
अविनाश ने बताया कि यूपीएससी की परीक्षा में वह दो बार शामिल हुआ लेकिन असफल रहा. इसके बाद भी हार नहीं मानी और तीसरी बार परीक्षा में शामिल हुआ जिसके बाद अब नतीजा सबके सामने है. कैसे की पढ़ाई इसके बारे में हर कोई जानना चाहता है. इस पर अविनाश ने बताया कि कोचिंग और सेल्फ स्टडी से यह कामयाबी मिली है. किसी भी विषय वस्तु पर लगातार शोध के साथ सीनियर से भी मदद लेकर आज यह मुकाम हासिल किया है. अविनाश ने यूपीएससी की तैयारी कर रहे छात्रों को विषयवार सिलसिले ढंग से गंभीरतापूर्वक पढ़ने और सेल्फ स्टडी करने की सलाह दी.
गांव में जश्न का माहौल
अविनाश की इस कामयाबी से बघुवा गांव में जश्न का माहौल है. आसपास के लोग और शुभचिंतक अविनाश के घर पर जाकर उनके परिजनों को बधाई दे रहे हैं. अविनाश के पिता पेशे से शिक्षक के साथ किसान भी हैं.
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