सुपौलः कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने और इससे बचाव के लिए जिला प्रशासन की ओर से लगातार पहल की जा रही है. जेल में बंद कैदियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए टीकाकरण अभियान की शुरुआत की गई है. सुपौल मंडल कारा में सोमवार को 308 बंदियों का टीकाकरण किया गया. वहीं उसके पहले 22 मई को 300 बंदियों को टीका लगाया गया था.
टीकाकरण के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम को प्रतिनियुक्त किया गया है. जेल के अंदर ही टीकाकरण केंद्र बनाया गया है. वैक्सीनेशन के लिए कैदियों को सरकार की ओर से जेल आईडी उपलब्ध कराई गई है. उसके आधार पर टीकाकरण किया जा रहा है. कई कैदियों के पास आधार कार्ड भी उपलब्ध है. जिनके पास आधार कार्ड नहीं है उनकी जेल आईडी के माध्यम से वैक्सीन दी जा रही है.
संक्रमित होने के बाद भी गंभीर नहीं होगी स्थित
जेल अधीक्षक ओम प्रकाश शांतिभूषण ने बताया कि कोरोना काल में जिंदगी बचाने की चुनौती के बीच वैक्सीन हथियार है. वैक्सीन से प्रतिरक्षित लोगों में गंभीर संक्रमण की आशंका काफी कम है. टीका लगवाने से कोरोना से लड़ने की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है. इससे शरीर में एंटीबॉडी तैयार होती है. संक्रमित होने की आशंका कम हो जाएगी. संक्रमण होने पर भी स्थिति गंभीर नहीं होगी.
कारगर हथियार साबित हो रहा कोविड-19 का टीका
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. सीके प्रसाद ने कहा कि सभी लाभार्थियों को दो डोज दी जाएगी. कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए कोविड-19 का टीका कारगर हथियार साबित हो रहा है. ऐसे में टीका लेने के बाद भी सावधानी बरतनी होगी. पहली डोज लेने के बाद समय अंतराल पूरा होने पर दूसरी डोज भी अवश्य लें.
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