नालंदा: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) गुरुवार की सुबह हेलीकॉप्टर से राजगीर पहुंचे. वैभारगिरि पहाड़ पर तीन दिन तक आग लगी रही जिसका आज मुख्यमंत्री ने हवाई सर्वेक्षण कर जायजा लिया. हवाई सर्वेक्षण करने के बाद कन्वेंशन सेंटर में अधिकारियों के साथ बैठक की. वैभारगिरि पहाड़ पर रविवार को आग लगी थी. तीसरे दिन मंगलवार की शाम आग बुझाई जा सकी.
रविवार (16 अप्रैल) को अचानक आग लग गई थी. आनन-फानन में मुख्यालय से कई बड़े आलाधिकारी राजगीर पहुंचे. आग लगने से कई प्रकार की जड़ी-बूटियों को नुकसान हुआ था. आग की लपटें धीरे-धीरे तेज हो गईं. यही कारण है कि तीन दिन तक वैभारगिरी पर्वत पर आग लगी रही. जिला प्रशासन की ओर से रविवार की रात से ही आग पर काबू पाने की कोशिश की जा रही थी. सूचना मिलने के बाद नालंदा के डीएम शशांक शुभंकर, एसपी अशोक मिश्रा, डीएफओ समेत अन्य अधिकारी भी मौके पर रविवार की रात पहुंच गए थे.
जायजा लेने के लिए पहुंचीं थीं शोभा अहोटकर
बता दें कि रविवार से ही आग पर काबू पाने के लिए कड़ी मशक्कत की जा रही थी. सोमवार को सूचना मिलने के बाद आनन-फानन में फायर ब्रिगेड की डीजी शोभा अहोटकर भी जायजा लेने के लिए राजगीर पहुंचीं. सोमवार को आग पर काबू पाने के लिए करीब 33 फायर ब्रिगेड की गाड़ियों को मौके पर बुलाया गया था. इस आग पर काबू पाने के लिए करीब 150 वन कर्मी के साथ-साथ 50 अन्य मजदूरों को भी लगाया गया था.
आग पर काबू पाने के लिए जिले के अलावा नवादा, पटना, गया समेत अन्य जिलों से फायर ब्रिगेड की टीम को बुलाया गया था. तीन दिन बाद जाकर आग पर काबू पाया जा सका. बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आदेश पर हेलीकॉप्टर के माध्यम से इस पहाड़ के ऊपर बेशकीमती जड़ी-बूटी के लिए बीजारोपण कराया गया था ताकि पौधा जब बड़ा हो जाए तो यहां अलग-अलग राज्य से वैध पहुंचकर उस जड़ी बूटी की पहचान करें उससे औषधि बनाया जा सके.
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