वैशाली: जिले से सोमवार को नगर परिषद की बैठक के दौरान पार्षदों के मारपीट का मामला प्रकाश में आया है. मिली जानकारी अनुसार पार्षद योजनाओं की चर्चा के लिए बैठक में शामिल हुए थे. लेकिन राजनितिक खेमेबंदी और योजनाओं की लूट के आरोपों के बीच पार्षद बैठक के दौरान ही मारपीट करने लगे. हंगामे की सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में पुलिसबल को मौके पर तैनात किया गया ताकि बवाल को काबू किया जा सके.


पुलिस ने उपद्रवियों को खदेड़ा


इधर, बैठक हॉल में मारपीट के बाद पार्षदों ने सड़क पर आकर मारपीट शुरू कर दी. इस दौरान पार्षद और पार्षद समर्थक भी सड़क पर आ गए. पुलिस बीच-बचाव करने का प्रयास करती रही, लेकिन पार्षद के समर्थक बीच सड़क लफंगों की तरह मारपीट करते दिखे. हंगामा और मारपीट के बाद मौके पर बड़ी संख्या में पुलिसबल को तैनात किया गया, जिसके बाद पुलिस ने उपद्रवियों को खदेड़ दिया.


क्या है पूरा मामला ?


मिली जानकारी अनुसार निकाय की खेमेबंदी को लेकर पार्षदों का एक समूह एक विरोधी पार्षद को जबरन बाहर खींच कर ले जा रहा था. जब पुलिस उन्हें बचाने आई तो अन्य पार्षद बाहर निकले और मारपीट शुरू हो गई. इस पूरे मामले में हैरान करने वाली बात ये भी रही की हंगामा, बवाल और मारपीट के बीच नगर परिषद के एग्जीक्यूटिव ऑफिसर मौके से भाग निकले.


अपासी खेमेबंदी को लेकर किया बवाल


घटना के संबंध में हाजीपुर नगर परिषद की महिला सभापति ने बताया कि बैठक के दौरान भी पार्षदों ने मारपीट की और हालात बिगड़ने के बाद सड़क पर मारपीट होने लगी. इधर, मौके पर पहुंचे नगर थाने के SHO ने बताया की पार्षदों के बीच आपसी खेमेबंदी को लेकर बवाल और मारपीट हुई है.