वैशाली: बिहार के वैशाली से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. दरअसल, 22 अगस्त को बिदुपुर थाना क्षेत्र के रहीमापुर में एक युवती का अर्धनग्न शव बरामद हुआ था, जिसकी पहचान राजापाकर थाना क्षेत्र के चुल्हाई राय की बेटी मेनका के रूप में परिजनों ने ही कर ली थी. उसके बाद शव का पोस्टमार्टम करा कर पुलिस ने परिजनों को सौंप दिया था.



लेकिन अब एक लड़की ने मीडिया में आकर दावा किया है कि वह चुल्हाई राय की बेटी मेनका है. उसके पिता ने अपनी बेटी समझ कर जिस लड़की का दाह संस्कार किया है, वह कौन है इसके बारे में वह कुछ नहीं जानती. उसके पिता झूठ बोल रहे हैं कि उनकी बेटी मेनका मर चुकी है और उसी का अंतिम संस्कार उन्होंने किया है. लड़की ने अपना आधारकार्ड, अपना एजुकेशनल सर्टिफिकेट और शादी का फोटो दिखाकर पुलिस के होश उड़ा दिए हैं.


परिवारवालों ने किया पहचानने से इनकार- मेनका


लड़की ने पुलिस अनुसंधान की धज्जियां उड़ा दी. मीडिया को मेनका ने बताया कि घर से भागने के बाद जैसे ही मुझे जानकारी मिली एक लड़की का शव हमारे घर के इलाके में मिला है और उसकी पहचान मेरे पिता ने मेरे रूप में कर ली है, तत्काल ही मैंने अपने घर पर फोन किया और अपनी मां और बड़ी बहन से बात भी की. लेकिन किसी ने भी मुझे नहीं पहचानने की बात कही. सभी मुझे जानते हैं, मेरी आवाज पहचानते हैं. मेरे बोलने का अंदाज जानने के बावजूद उन्होंने मुझे पहचानने से इनकार किया. वहीं किसी और लड़की का शव अपनी बेटी बताकर दाह-संस्कार कर दिया.


बता दें कि मेनका ने अपने प्रेमी सनोज कुमार से शादी और खुद के जीवित होने की बात एक न्यूज चैनल के माध्यम से बताया. मेनका ने बताया कि वह बालिग है और वह सनोज कुमार को चाहती है. इसकी जानकारी उसके परिजनों को थी. घरवालों के विरोध पर वह भागी और मंदिर में शादी कर ली. 22 अगस्त को उसे पता चला कि एक अज्ञात युवती का शव उसके ननिहाल रहिमापुर में मिला है, जिसे परिजन उसका शव बताकर दाह संस्कार करने वाले हैं.


उसने अपने घर कॉल किया तो उसकी बड़ी बहन ने कॉल रिसीव किया. बड़ी बहन बोला कि वह घर वालों के लिए मर चुकी है इसलिए उसका दाह संस्कार किया जा रहा है. मेनका ने यह भी जानकारी दी कि उसके पिता चूल्हाई राय ने अपहरण और हत्या की जो प्राथमिकी दर्ज कराई है वह झूठी है. सभी निर्दोषों को फंसाया गया है. इसका खुलासा वह न्यायालय में करेगी. मामले में पुलिस और परिजन दोनों ने षड्यंत्र रचा है. मोनिका ने फेके गये अज्ञात शव के सम्बन्ध में यह जानकारी दी कि उसके बड़े बहनोई प्रशान्त कुमार और मामा आर्यन राज ने यह साजिश रची है.


अब मामला हुआ पेचीदा


इधर, राजापाकर थाना अध्यक्ष फैयाज आलम ने बताया कि मामला पेचीदा हो गया है. प्रारम्भिक जांच में परिजन के शिनाख्त करने पर शव उन्हें दाह संस्कार के लिये दे दिया गया. पुलिस को परिजनों द्वारा ही गुमराह किया गया था. मोनिका के इंटरव्यू के वीडियो क्लिप से स्पष्ट होता है कि घटनावाले दिन की सच्चाई क्या है. इसकी जानकारी चूल्हाई राय के परिवार को मिल गई थी लेकिन मामला छिपाया गया. फिलहाल पुलिस मामले की जाच कर रही है.


बिदुपुर थानाप्रभारी अमरेन्द्र कुमार ने बताया कि मेनका के कोर्ट में बयान के लिए लाने की व्यवस्था की जा रही है. इसके बाद अज्ञात शव मामले की छानबीन शुरू की जाएगी. वरिय अधिकारी के दिशा निर्देश में जांच की प्रक्रिया चलेगी.


दरअसल, पिछले दिनों बिदुपुर थाना के रहिमापुर पंचायत के इस्माइलपुर चक्कासी गांव के निकट शनिवार सुबह 22 अगस्त को हाजीपुर-जन्दाहा एनएच 322 के किनारे झाड़ी में एक युवती का शव पुलिस ने बरामद किया था. घटना की सूचना स्थानीय लोगों ने बिदुपुर थाना की पुलिस को दी थी. तफ्तीश में पता चला कि मृतका राजापाकर थाने के गंगाजल गांव चूल्हाई राय की बेटी है. पुलिस ने राजापाकर थानाध्यक्ष के जरिए घटना की सूचना मृतका के परिजनों को दी.


मृतका मेनका के पिता चूल्हाई राय ने बताया कि 20 अगस्त की रात किसी कारण वश घर में मेनका को डांट फटकार लगी. उसके बाद उसी रात वह घर से चालीस हजार रुपये और अपनी बड़ी भाभी के जेवर लेकर भाग निकली. 21 अगस्त को मामले की लिखित जानकारी थाना को दी थी. शव मिलने के बाद 21 रहीमापुर स्थित लड़की के ननिहाल के पांच लोगों को आरोपित किया गया था. आरोप यह था कि वो लोग बच्ची को जबरन 20 अगस्त अर्धरात्रि में अगवा कर ले गए थे.


सनोज कुमार, मनीषा कुमारी, अनुज कुमार, विजय कुमार, नीतीश कुमार को आरोपी बना हत्या का भी सन्देह जाहिर किया. अचानक आई लड़की सामने झाड़ी से बरामद अर्धनग्न जिस युवती को मेनका मानकर परिजन दाह-संस्कार तक कर चुके थे. लेकिन रविवार को युवती ने मीडिया में आकर न केवल पुलिस अनुसंधान बल्कि परिजनों के दावे की हवा निकाल दी. राजापाकर थाना और बिदुपुर थाना ने संयुक्त अनुसंधान और परिजन के पहचान पर पोस्टमार्टम के बाद मेनका समझकर परिजनों ने जिसकी अंतिम संस्कार करा दी, दरअसल वह मोनिका की नहीं कोई और युवती का शव था.