नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बिहार की वाल्मीकिनगर संसदीय सीट पर हुए उपचुनाव में जीत दर्ज करने वाले जनता दल (यूनाईटेड) के सुनील कुमार को बधाई दी. उन्होंने जमीनी स्तर पर कड़ी मेहनत के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के कार्यकर्ताओं की भी सराहना की.


वाल्मीकिनगर लोकसभा सीट पर उपचुनाव में जेडीयू उम्मीदवार सुनील कुमार ने अपने निकटतम प्रतिद्वन्द्वी कांग्रेस के प्रवेश कुमार मिश्रा को 22539 मतों से पराजित किया. मोदी ने ट्वीट किया, ''मैं वाल्मीकिनगर की जनता को लोकसभा उपचुनाव में एनडीए का समर्थन कर आशीर्वाद देने के लिए बहुत धन्यवाद देता हूं.''


 





पीएम मोदी ने कहा, ''मैं सुनील कुमार जी को उनकी जीत पर बधाई देता हूं और उनकी संसदीय पारी के लिए शुभकामनाएं देता हूं. जमीनी स्तर पर कड़ी मेहनत के लिए मैं एनडीए परिवार के प्रयासों की भी सराहना करता हूं.''


जेडीयू प्रत्याशी को मिले चार लाख से ज्यादा वोट


जेडीयू प्रत्याशी सुनील कुमार को 402629 वोट जबकि कांग्रेस उम्मीदवार प्रवेश कुमार मिश्रा को 379024 वोट मिले. सुनील कुमार को 38.08 फीसदी और प्रवेश मिश्रा को 35.95 फीसदी वोट प्राप्त हुए. तीसरे नंबर पर भारतीय पंचायत पार्टी के शैलेंद्र कुमार रहे जिनको 109409 मत मिला. इस सीट पर उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी रालोसपा ने भी चुनाव लड़ा था. रालोसपा प्रत्याशी प्रेम कुमार चौधरी को 52341 वोट मिले हैं. खास बात यह है कि यहां के लोगों ने नोटा पर जमकर बटन दबाया. इस सीट पर 41,021 नोटा वोट पड़े है.


जेडीयू सांसद के निधन के चलते खाली हुई सीट


मालूम हो कि वाल्मीकिनगर सीट से जेडीयू के कद्दावर नेता बैजनाथ प्रसाद महतो सांसद थे, लेकिन 20 फरवरी, 2020 में उनकी मौत हो गई जिसके बाद यह सीट खाली है. इस सीट पर जेडीयू उम्मीदवार बैजनाथ प्रसाद महतो ने 2019 के लोकसभा चुनाव में 3,54,616 वोटों से जीत दर्ज की थी. महतो को कुल 6,02,660 वोट हासिल हुए थे. दूसरे नंबर पर कांग्रेस उम्मीदवार शाशवत केदार को 2,48,044 मत प्राप्त हुए थे.


बगहा नाम से जानी जाती थी सीट


वाल्मीकिनगर लोकसभा सीट बिहार के पश्चिम चंपारण जिले में आती है. यह इलाका नेपाल की सीमा से सटा हुआ है और बिहार के सुदूर उत्तर में पड़ता है. 2002 के परिसीमन के बाद साल 2008 में पहली बार ये लोकसभा सीट अस्तित्व में आई. इससे पहले ये सीट बगहा के नाम से जानी जाती थी.


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