सुपौल: बिहार के सुपौल जिले के त्रिवेणीगंज में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का पुलिस ने खुलासा किया है. शातिर ठगों के इस गिरोह ने महज छह महीने में बिहार के कई जिलों के बेरोजगार युवाओं से लगभग 90 लाख रुपये की ठगी की है. इस गिरोह में शामिल एक सदस्य को पुलिस ने कल गिरफ्तार कर लिया, जबकि गिरोह का मास्टर माइंड दीपक यादव अब तक फरार है.
बता दें कि ठगी का शिकार हुए युवाओं की शिकायत पर एसडीओ शेख जेड हसन ने एसपी मनोज कुमार की मदद से इस गिरोह का बुधवार को खुलासा किया था. यह गिरोह नेशलन चाइल्ड एजुकेशन सेंटर नामक संस्था बनाकर पंचायत में शिक्षक और कोर्डिनेटर बनाने के नाम पर ठगी कर रहा था. ऐसे शिक्षक बनाने के नाम पर ठगी कर रुपये ऐंठने वाले गिरोह के एक सदस्य राहुल सरदार को गिरफ्तार किया गया है.
वहीं, ठग को पीड़ित युवक चंदन कुमार की लिखित शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया. इधर, आज एसडीओ शेख जेड हसन ने इस मामले में एक चौंकाने वाला तथ्य उजागर किया है. उन्होंने बताया कि जब गिरफ्तार आरोपी राहुल कुमार से प्राप्त जानकारी और साक्ष्य की जांच शुरू की गई तो शुरुआती दौर में ही ये पता चला कि इस गिरोह के सरगना दीपक कुमार, जो कानून की पकड़ से बाहर हैं.
एसडीओ की मानें तो उसके स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया की शाखा, मथुरापुर, जिला खगड़िया के खाते में पिछले 6 माह में करीब 90 लाख रुपये डिपाजिट किया गया है. ये सभी पैसे नौकरी के नाम पर लोगों को झांसा देकर मंगवाई गयी है. फिलहाल पुलिस गिरोह के सरगना की तलाश कर रही है