नवादा: जिले के सदर अस्पताल में मंगलवार को एक युवक की मौत हो गई. वहीं तीन की हालत गंभीर है. बताया जा रहा कि तीनों एक्सीडेंट केस में भर्ती हुए थे, लेकिन अस्पताल में डॉ के नहीं होने के कारण इलाज नहीं मिला तो एक की मौत हो गई. बुधवार को कादिरगंज थाना क्षेत्र के नल्लापर गांव के पास ट्रक के चपेट में आने से बाइक सवार चार युवक गंभीर रूप से घायल हो गए थे. स्थानीय लोगों की मदद से सभी उनको नवादा के सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां इलाज नहीं होने के कारण एक की मौत हो गई. वहीं बुधवार को एक और युवक ने दम तोड़ दिया.
एग्जाम देने जाने के दौरान चारों का एक्सीडेंट
मृतक की पहचान विजय मिस्त्री के पुत्र संकेत कुमार रूप में हुई है. दूसरे शख्स की पहचान सुधीर कुमार के रूप में हुई है. परीक्षा देने के लिए चारों छात्र एक मोटरसाइकिल पर सवार होकर केंदुआ विद्यालय नवादा आ रहे थे. इसी दौरान ट्रक और मोटरसाइकिल की टक्कर हो गई जिसमें चार लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे. उधर, मृतक युवक के परिजन ने कहा कि डॉक्टर नहीं रहने के कारण ही युवक की मौत हुई है. परिजन ने भी जमकर हंगामा किया और डॉक्टर नहीं रहने के कारण खूब गालियां भी दी.
डॉ पर गायब रहने का आरोप
नवादा में रोस्टर में 14 तारीख दर्शा कर डॉक्टर का नाम अलग है. ड्यूटी में डॉक्टर फरार रहते हैं और अधिकारी मूकदर्शक बनकर अपने चेंबर में बैठकर ड्यूटी में खानापूर्ति करते हैं. हालांकि बाकी तीनों लोगों का इलाज चल रहा है. वहीं मृतक युवक के परिजनों में चीख पुकार मची हुई है. अस्पताल में भी जमकर हंगामा हुआ जिसके बाद पुलिस को भी सूचना दी गई. हालांकि देखा जाए तो बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर पहले भी कई तरह से लापरवाही के आरोप लग चुके हैं. कहीं एंबुलेंस को लेकर तो कहीं अस्पताल में नदारद व्यवस्था को लेकर आरोप लगे हैं.
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