VIDEO: दारू मत पियो रे... तौबा करो, समस्तीपुर के शिक्षक का फिर वीडियो वायरल, शराबबंदी पर फैला रहे जागरूकता
Samastipur News: चर्चित शिक्षक बैजनाथ रजक का वीडियो वायरल हो रहा. टीचर पहले भी कई दफे अपने वीडियो से सुर्खियों में आ चुके हैं.
समस्तीपुर: एक तरफ जहां बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू है वहीं दूसरी ओर छपरा में जहरीली शराब के सेवन से कई दर्जन लोगों की मौत हो गई. समस्तीपुर के चर्चित शिक्षक बैजनाथ रजक का एक और नया वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इसमें वह लोगों को नाटक के माध्यम से जीवन को मत करो तुम खूद ही झंड, दारू की बोतल में मौत है बंद...गाना गाते हुए जागरूक कर रहे हैं. ये वीडियो बुधवार से ही सोशल मीडियो पर खूब वायरल हो रहा है.
वीडियो फिर सुर्खियां बटोर रहा
इस वीडियो में शिक्षक प्ले के जरिए बता रहे कि दारू पीना कितना घातक है. वो गाने के जरिए कह रहे कि शराब से तौबा कर लें. इसका सेवन न करें. शराब से वैसे ही कितने लोगों की जानें जा चुकी है. कुल मिलाकर वह लोगों के बीच बिहार में शराबबंदी को लेकर जागरूक होने का संदेश पहुंचा रहे ताकि लोग इसे समझें और शराब का सेवन न करें. चर्चित शिक्षक बैजनाथ रजक अपने पढ़ाने के तौर-तरीकों को लेकर बीते कई महीनों से सुर्खियां बटोर रहे हैं. शिक्षक का आपदा, लू, खेल-खेल में हिंदी से अंग्रेजी में वाक्य बनाने, गर्मी की छुट्टियों में घर पर रहकर किताब से दोस्ती करने, नियमित रूप से बच्चों को स्कूल आने, खेल घंटी में पढ़ाते हुए बिहार की चौहद्दी बताने, आपदा से बचाव व मेला घूमने में सावधानी बरतने का वीडियो तारीफ बटोर चुका है.
शराब मत पियो रे..इससे तौबा करो..गाने और नाटक के जरिए समस्तीपुर के टीचर बैजनाथ रजक बिहार में शराबबंदी को लेकर जागरूकता फैला रहे.वीडियो में देखें कैसे शराब को परिवार के लिए घातक बता रहे.पहले भी अपने कई वीडियो से सुर्खियां बटोरी हैं. वीडियो-श्री राजपुत.Edited By- @Sinhamegha8 pic.twitter.com/4fIdle0pIH
— Prakash Kumar (@kumarprakash4u) December 22, 2022
बच्चों की शिक्षा को लेकर सुझाव
शिक्षक बैजनाथ रजक समस्तीपुर के हसनपुर प्रखंड अंतर्गत प्राथमिक कन्या विद्यालय मालदह में कार्यरत हें. यह तब चर्चा में आए थे जब उनकी जमीन पर पढ़ाने के तौर तरीके से संबंधित एक वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर तेजी से वायरल हुआ था.पढ़ाई के तौर तरीके से लेकर आपदा के समय कैसे बचाया जाए इसको लेकर खासतौर पर बच्चों को यह प्रशिक्षित भी करते हैं. शिक्षक बैजनाथ रजक खुद गीत गाकर के बच्चे को नए-नए तरीकों से पढ़ा रहे हैं. वहीं बच्चे भी खूब आनंद लेकर समझ रहे हैं. शिक्षक का मानना है कि बच्चे विद्यालय से जुड़ चुके हैं, लेकिन कुछ बच्चों में अभी भी छीजन का गुण दिख रहा है. यानि वे नियमित रूप से विद्यालय नहीं आ रहे हैं. इसलिए वैसे ही बच्चों को नियमित रूप से विद्यालय लाने और विद्यालय के समय को विद्यालय में बिताने के लिए एक नवाचार की कोशिश की जा रही है, जो इन दिनों विद्यालय के अंदर भी और बाहर भी जारी है.
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