Bihar Teacher News: मोतिहारी में वर्षो से फर्जी प्रमाण पत्र पर नौकरी कर रहे बंजरिया प्रखंड के छह शिक्षकों पर निगरानी ने कार्रवाई की है. दो पुरुष और चार महिला शिक्षकों पर कार्रवाई हुई है. निगरानी विभाग ने इन छह शिक्षकों के मूल प्रमाण पत्र को जांच के लिए बिहार संस्कृत शिक्षा बोर्ड पटना भेजा था जहां इन छह शिक्षकों के मूल प्रमाण पत्र को बिहार संस्कृत शिक्षा बोर्ड ने फर्जी करार दिया है. अब इन शिक्षकों की नौकरी तो गई साथ ही अब जेल भी जाना पड़ सकता है. इस मामले में बंजरिया थाने में बुधवार को प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है.
इन शिक्षकों के खिलाफ हुई कार्रवाई
बंजरिया प्रखंड के सभी छह शिक्षकों पर कार्रवाई करते हुए निगरानी ने बंजरिया थाना में 22 जुलाई को आवेदन दिया था. वहीं, मामले में बंजरिया थाना की पुलिस ने जांच करते हुए आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है. फर्जी शिक्षकों पर निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की कार्रवाई से जिले भर में हड़कंप मच गया है.
बजरिया प्रखंड के ये छह शिक्षक प्रखंड क्षेत्र के अलग अलग स्कूल में तैनात थे. इनमें उत्क्रमित मध्य विद्यालय गौरिया में पदस्थापित दो शिक्षक सुरेश कुमार और विभा कुमारी, उ.म.वि. चिंताहा में पदस्थापित रूबी कुमारी, उ.म.वि. अजगरी में पदस्थापित शिक्षक प्रियरंजन दूबे, उ.म.वि. बंजरिया में पदस्थापित विभा कुमारी और उ.म.वि. गोखुला में पदस्थापित शिक्षिका सावित्री यादव शामिल हैं.
बिहार संस्कृत शिक्षा बोर्ड ने बताया फर्जी
पटना हाईकोर्ट के निर्देश पर बिहार सरकार फर्जी नियोजित शिक्षक की जांच लंबे समय से करा रही है. जिले भर में अभी तक बारह से ज्यादा शिक्षकों के फर्जी प्रमाण पत्र मिले हैं. कई ने तो सरकार की कार्रवाई न करने की आश्वासन पर इस्तीफा भी दे दिया. ताजा मामला बंजरिया प्रखंड के छ्ह फर्जी शिक्षकों ने नियोजन के समय ही मैट्रिक समकक्षीय मध्यमा का प्रमाण पत्र लगाया था. निगरानी विभाग ने एक ही प्रखंड के छह शिक्षकों को फर्जी प्रमाण पत्र पर नौकरी करते हुए पकड़ा है. इन शिक्षकों के मध्यमा के प्रमाण पत्रों को बिहार संस्कृत शिक्षा बोर्ड ने ट्रेस करते हुए इनके मूल प्रमाण पत्र को फर्जी बताया है.
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