पटना: बिहार के शिक्षा मंत्री विजय चौधरी (Vijay Choudhary) ने स्पष्ट कर दिया कि जेपी यूनिवर्सिटी (JD University), छपरा के पीजी पाठ्यक्रम में जननायक जयप्रकाश और लोहिया के विचारों की पढ़ाई फिर से शामिल की जाएगी. विश्वविद्यालय के सिलेबस से दोनों नेताओं के विचार की पढ़ाई हटाए जाने के बाद जारी विवाद के बीच गुरुवीर को शिक्षा मंत्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान उन्होंने कहा, " जेपी यूनिवर्सिटी के पाठ्यक्रम में जो बदलाव किए गए हैं, उसकी जांच चल रही है. इस मामले में क्या कुछ सच्चाई है, वो जांच के बाद सामने आएगी."
विचार को पाठ्यक्रम से नहीं हटाया जा सकता
विजय चौधरी ने कहा, " जेपी और लोहिया के विचारों की पढ़ाई फिर से पाठ्यक्रम में शामिल होगी. गवर्नर ने भी इस समस्या के निदान का भरोसा दिलाया है. बिहार की मिट्टी से जुड़े समाजवादी राजनेताओं के विचार को पाठ्यक्रम से नहीं हटाया जा सकता है."
शिक्षा मंत्री ने कहा, " सरकार गलतियों को सुधारने के लिए पूर्ण रूप से सजग है. मामले को उजागर करने के लिए मीडिया के साथी धन्यवाद के पात्र हैं. पाठ्यक्रम में बदलाव के पूर्व विश्वविद्यालय को शिक्षा विभाग को इसकी सूचना देनी चाहिए थी. यूनिवर्सिटी में किसी का दखल नहीं होता है."
नीतीश कुमार ने लिया संज्ञान
जेपी यूनिवर्सिटी प्रकरण के बाद शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने शिक्षा विभाग को निर्देश दिया कि वे बिहार के विश्वविद्यालय में पाठ्यक्रमों में बदलाव की जांच करें. उन्होंने बताया कि सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने भी मामले में तुरंत संज्ञान लिया है. उन्होंने तत्काल वीसी और रजिस्ट्रार को तलब कर जानकारी ली है. ये मामला दो-ढाई साल पुराना है.
लालू यादव ने साधा था निशाना
मालूम हो कि बिहार के छपरा स्थित जयप्रकाश विश्वविद्यालय (JP University) में उनके ही विचारों को राजनीति विज्ञान के पीजी सिलेबस से हटा दिया गया है. एक अखबार में इस रिपोर्ट के प्रकाशित होने के बाद विवाद शुरू हो गया है. आरजेडी (RJD) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) ने जेपी-लोहिया के विचारों को हटाए जाने पर विरोध जताया है. उन्होंने बुधवार को ट्वीट कर बिहार सरकार (Bihar Government) पर निशाना साधा.
लालू प्रसाद यादव ने अखबार में प्रकाशित खबर को शेयर करते हुए लिखा, “मैंने जयप्रकाश जी के नाम पर अपनी कर्मभूमि छपरा में 30 वर्ष पूर्व जेपी विश्वविद्यालय की स्थापना की थी. अब उसी यूनिवर्सिटी के सिलेबस से संघी बिहार सरकार तथा संघी मानसिकता के पदाधिकारी महान समाजवादी नेताओं जेपी-लोहिया के विचार हटा रहे हैं. यह बर्दाश्त से बाहर है. सरकार तुरंत संज्ञान ले.”
लालू यादव के अलावा अन्य नेताओं और छात्र संगठनों ने भी इसका विरोध किया. ऐसे में विवाद गहराता देख शिक्षा मंत्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और गलती मानते हुए पाठ्यक्रम में बदलाव की बात कही.
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