पटना: जिला प्रशासन ने गुरुवार की रात एक बयान जारी कर कहा कि बीजेपी नेता विजय सिंह (Vijay Singh Death Case) की मौत की सटीक वजह का पता लगाने के लिए संस्थान की ओर से मेडिकल बोर्ड गठित किया गया था. विस्तृत विश्लेषण के बाद बोर्ड ने निष्कर्ष निकाला कि मौत दिल की बीमारी और उससे संबंधित अन्य जटिलताएं के कारण हुई थी. बयान में यह भी कहा गया है कि सीसीटीवी फुटेज से स्पष्ट है कि सिंह दोपहर एक बजकर 22 मिनट से एक बजकर 27 मिनट के बीच छज्जू बाग इलाके में बेहोश हुए, जबकि लाठीचार्ज की घटना डाक बंगला क्रॉसिंग इलाके में हुई. वहीं, इस मामले में बीजेपी (BJP) ने मामले की उच्च स्तरीय स्वतंत्र जांच की मांग की है.


नेता प्रतिपक्ष ने की उच्च स्तरीय जांच की मांग


बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि विजय सिंह की मौत पुलिस लाठीचार्ज के कारण हुई. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के साथ छेड़खानी की गई है. हम पीएमसीएच द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट की उच्च स्तरीय स्वतंत्र जांच की मांग करते हैं. विजय सिन्हा ने आरोप लगाया कि सिंह की पोस्टमार्टम रिपोर्ट राज्य स्वास्थ्य विभाग के शीर्ष अधिकारियों के निर्देशों के आधार पर तैयार की गई है. यह पहला मामला नहीं है. इससे पहले वैशाली और लखीसराय में हुई दो हत्या के मामले में भी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने दिल की बीमारी को मौत की वजह बताई थी.


बीजेपी के आरोपों पर आरजेडी ने दिया जवाब


विजय कुमार सिन्हा के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए राष्ट्रीय जनता दल के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह साफ है. बीजेपी के आरोप बेबुनियाद है. बीजेपी को विजय सिंह की मौत का राजनीतिकरण बंद कर देना चाहिए, उनकी मौत से हम सब दुखी हैं. राज्य सरकार की शिक्षक भर्ती नीति के खिलाफ आंदोलन के समर्थन में निकाला गया मार्च गांधी मैदान से शुरू होने के बाद विधानसभा परिसर से कुछ किलोमीटर दूर ही रोक दिया गया था. इस दौरान पुलिस ने बैरिकेड तोड़ने की कोशिश कर रहे बीजेपी कार्यकर्ताओं को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज का सहारा लिया था, पानी की बौछारें की थीं और आंसू गैस के गोले दागे थे.


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