रुपौली में वोटिंग से पहले विजय कुमार सिन्हा का बड़ा बयान, RJD प्रत्याशी बीमा भारती की टेंशन बढ़ी!
Rupauli By-Elections: डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा जनसंपर्क अभियान के तहत सोमवार को भवानीपुर स्थित मां भवन देवी मंदिर पहुंचे थे. मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए आरजेडी पर हमला किया.
Rupauli By-Elections 2024: पूर्णिया जिले की रुपौली विधानसभा सीट पर 10 जुलाई को उपचुनाव होना है. चुनाव प्रचार के अंतिम दिन सोमवार (08 जुलाई) को उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा यहां पहुंचे. इस दौरान उन्होंने एक बयान देकर आरजेडी प्रत्याशी बीमा भारती (Bima Bharti) की टेंशन बढ़ा दी है. विजय कुमार सिन्हा ने दावा किया कि जीत तो एनडीए प्रत्याशी की ही होगी.
विजय कुमार सिन्हा जनसंपर्क अभियान के तहत भवानीपुर स्थित मां भवन देवी मंदिर पहुंचे. उन्होंने पूजा अर्चना की. इसके बाद मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए आरजेडी पर हमला किया. कहा कि राष्ट्रीय जनता दल ने बिहार शब्द को अपमानित किया है. यहां के मान सम्मान को खत्म किया है. बिहार की जनता इन लोगों (आरजेडी) को माफ नहीं करेगी. बिहार की जनता को जवाब देने का सही वक्त आ गया है. इंडिया गठबंधन वाले एक तरफ जहां भ्रष्टाचार और कुशासन को बढ़ावा देते हैं तो वहीं एनडीए गठबंधन भ्रष्टाचार मुक्त देश बनाने की बात करती है.
'हमेशा भ्रष्टाचार और अपराध को बढ़ावा देती रही आरजेडी'
विजय सिन्हा ने कहा कि रुपौली में एनडीए उम्मीदवार जीतेगा और जब एनडीए का उम्मीदवार जीतेगा तो भ्रष्टाचार पर लगाम लगेगी. रुपौली में जीत के बाद विकास की रफ्तार को गति मिलेगी. आरजेडी हमेशा भ्रष्टाचार और अपराध को बढ़ावा देती रही है. यहां सुशासन और कुशासन की लड़ाई चल रही है. मुझे भरोसा है कि न्याय और विकास की सोच की जीत होगी.
बता दें कि आरजेडी ने पूर्व मंत्री बीमा भारती की जीत सुनिश्चित करने के लिए बड़े पैमाने पर लामबंदी की है. यहां चुनावी मुकाबला त्रिकोणीय बना हुआ है. बीमा भारती को कलाधर मंडल के साथ-साथ निर्दलीय उम्मीदवार शंकर सिंह भी कड़ी चुनौती पेश कर रहे हैं. बीमा भारती और कलाधर मंडल दोनों ही रुपौली विधानसभा क्षेत्र में प्रमुख गंगोता जाति से आते हैं. यह उपचुनाव अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले काफी महत्वपूर्ण है, जो सभी पार्टियों के लिए लिटमस टेस्ट की तरह है.
बीमा भारती तीन बार रुपौली से जनता दल (यूनाइटेड) की विधायक रही हैं, लेकिन लोकसभा चुनाव से पहले आरजेडी में शामिल होने के कारण उन्हें इस्तीफा देना पड़ा और पूर्णिया से लोकसभा चुनाव में बतौर प्रत्याशी टिकट थमाया गया, लेकिन वहां वो हार कर तीसरे स्थान पर पहुंचीं. यहां से निर्दलीय उम्मीदवार पप्पू यादव को जीत मिली थी. दूसरे स्थान पर जेडीयू के संतोष कुमार रहे थे.
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