गोपालगंज: बिहार के गोपालगंज में 9 साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म के बाद हत्या किए जाने से गुरुवार को ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा. ऐसे में नाराज ग्रामीणों ने गांव में विधानसभा चुनाव को लेकर जनसंपर्क करने पहुंचे जेडीयू के पूर्व विधायक और प्रदेश महासचिव मंजीत कुमार सिंह को बंधक बना लिया. पूर्व विधायक को मुक्त कराने पहुंचे पुलिस पदाधिकारियों को भी ग्रामीणों ने खदेड़ दिया. सदर एसडीपीओ नरेश पासवान ग्रामीणों को समझाने पहुंचे, तो उन्हें भी लोगों के आक्रोश का सामना करना पड़ा. करीब तीन घंटे के बाद जेडीयू नेता को ग्रामीणों ने मुक्त किया. मामला सिधवलिया थाने के बखरौर गांव की है.


दरअसल, मंगलवार की देर शाम 9 साल की बच्ची की चचेरे भाई ने दुष्कर्म करने के बाद हत्या कर दी थी. हालांकि बुधवार को पुलिस ने बच्ची का शव बरामद करने के बाद आरोपित युवक को गिरफ्तार कर लिया था. ग्रामीणों का कहना है कि इस कांड में तीन लोग शामिल थे, जिसमें एक ही की गिरफ्तारी की गयी है. घटना के बाद गांव में पुलिस के वरीय अधिकारी जांच के लिए भी नहीं पहुंचे.


हालांकि एसडीपीओ नरेश पासवान ने घटना में एक ही युवक के संलिप्त होने की बात कही है. एसडीपीओ के मुताबिक आरोपित युवक गिरफ्तार हो चुका है. फॉरेंसिंग जांच की प्रक्रिया कराकर पुलिस कार्रवाई करने में जुटी हुई है.


इधर पूर्व जेडीयू विधायक सह प्रदेश महासचिव मंजीत सिंह ने कहा, " बखरौर में बच्ची से रेप के बाद मौत के घाट उतार दिया गया. हत्या के बाद बोरे में बंद कर शव फेंक दिया गया था. इस हत्या के बाद ग्रामीणों में आक्रोश है. ग्रामीणों के आक्रोश का सामना हमें भी करना पड़ा. इस मामले में मैंने पुलिस महानिदेशक से मांग किया है कि इस कांड में शामिल आरोपितों के विरुद्ध स्पीडी ट्रॉयल चले. निर्भया कांड की तरह दोषियों को फांसी की सजा मिले."


बखरौर पंचायत के मुखिया संतोष पटेल ने कहा, " 9 साल की बच्ची के साथ रेप करने के बाद हत्या कर बोरा में शव रखा गया था. पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही. जघन्य अपराध में उच्च अधिकारी अब तक जांच करने नहीं आये हैं. ऐसे में जो भी जनप्रतिनिधि गांव में आयेगा बंधक बनायेंगे."