पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सिफारिश के बाद राज्यपाल फागू चौहान ने वीआईपी सुप्रीमो फागू चौहान ने वीआईपी नेता सहनी को मंत्रिमंडल से बाहर निकालने का फैसला लिया है. इधर, मंत्री पद जाने के बाद सहनी ने इमोशनल ट्वीट करके अपनी पीड़ा व्यक्त की है. साथ ही आगे के दिनों में वो क्या करेंगे इसकी भी जानकारी दी है. उन्होंने ट्वीट कर कहा, " मेरे सोलह महीने के मंत्री कार्यकाल में मैंने राज्य की तेरह करोड़ जनता की सेवा करने का कोशिश किया, सभी जाति-धर्म के लोगों के लिए काम किया."


मुख्यमंत्री को कहा थैंक्यू


वीआईपी नेता ने कहा, " बिहार के भविष्य के लिए पशुपालन एवं मत्स्य क्षेत्र में कुछ निर्णायक कार्य को गति प्रदान किया. बिहार की समस्त जनता, NDA के सभी सहयोगी दल और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को मुझे यह अवसर देने के लिए आभार.  मैं निषाद समाज को SC/ST आरक्षण, अति पिछड़ा समाज के आरक्षण को 15% बढ़ाने और बिहार और बिहारियों के सम्मान और सम्पूर्ण विकास के लड़ाई के लिए समर्पित हूं." 


बीजेपी ने की थी अनुशंसा


मालूम हो कि बीजेपी ने सहनी को मंत्रिमंडल से हटाए जाने की सीएम नीतीश को लिखित अनुशंसा की थी. इसी पर संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री ने रविवार को फागू चौहान को सहनी को मंत्रिमंडल से हटाने की सिफारिश भेजी थी. ऐसे में मुख्यमंत्री की सिफारिश पर संज्ञान लेते हुए ये कदम उठाया गया है.


बता दें कि यूपी चुनाव में बीजेपी से बगावत करके मैदान में उतरे मुकेश सहनी को बीजेपी ने हर तरह से नुकसान पहुंचाया है. पहले बीजेपी ने उनसे बोचहां विधानसभा सीट छीन ली और फिर उनकी पार्टी के तीनों विधायकों को बीजेपी में शामिल करा कर बिहार में उनकी ताकत खत्म कर दी. अब उनसे मंत्री पद भी छीन लिया.


यह भी पढ़ें -


'बिना विस्की के नहीं रह सकते अजीत शर्मा', CM नीतीश के MLA ने खोल दी कांग्रेस विधायक की पोल, पढ़ें क्या कहा


Bihar Politics: स्पीकर ने RJD MLC को एक दिन के लिए किया निलंबित, ये गलती कर 'फंस' गए लालू यादव के सिपाही