Viral Fever in Bihar: वायरल बुखार से पीड़ित बच्चों में मिल रहे टाइफाइड के लक्षण, 93 में 39 बच्चे पॉजिटिव
Viral Fever in Bihar: वायरल फीवर की चपेट में आने वालों में अधिकतर बच्चे हैं. बुखार से छह दिन में राहत नहीं मिलने के बाद वायरल फीवर टाइफाइड या निमोनिया में परिवर्तित हो जा रहा है.
गोपालगंज: बिहार के गोपालगंज जिले में वायरल फीवर से पीड़ित बच्चों में टाइफाइड के लक्षण सामने आ रहे हैं. सदर अस्पताल में एक सितंबर से अब तक हुए पैथोलॉजी जांच में अधिकांश बीमार बच्चों में टाइफाइड के वायरस पॉजिटिव मिले हैं. डॉक्टरों की रिपोर्ट पर 93 बीमार बच्चों की पैथोलॉजी जांच की गई थी, जिसमें 39 बच्चों में टाइफाइड का वायरस पॉजिटिव मिला है. शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टरों का भी मानना है कि बारिश के साथ बदले मौसम में बीमारियां अचानक से बढ़ गई हैं. इनमें वायरल फीवर और टाइफाइड के मरीजों की संख्या सबसे अधिक है. मरीजों में उल्टी, दस्त, पेट दर्द के लक्षण हैं. आलम यह है कि ओपीडी में मरीजों की कतार लग रही हैं.
बता दें कि वायरल फीवर की चपेट में आने वालों में अधिकतर बच्चे हैं. बुखार से छह दिन में राहत नहीं मिलने के बाद वायरल फीवर टाइफाइड या निमोनिया में परिवर्तित हो जा रहा है. अस्पताल पहुंचने वाले मरीजों में गांव के लोग भी शामिल हैं. सदर प्रखंड के कररिया, अमवा, जगीरी टोला, हरखुआ से मरीजों की संख्या ज्यादा देखने को मिल रही है.
डॉक्टर के नहीं होने से परेशान हुए मरीज
सदर अस्पताल के ओपीडी में मंगलवार की दोपहर 12 बजे शिशु रोग विशेषज्ञ, हड्डी एवं नस रोग विशेषज्ञ नहीं थे. दोनों डॉक्टरों का चेंबर खाली पड़ा था. शिशु रोग विशेषज्ञ के चेंबर के बाहर बीमार बच्चों को गोद में लेकर महिलाएं डॉक्टर के इंतजार में बैठी हुई थीं. कर्मियों ने बताया कि डॉक्टर पीकू वार्ड में बीमार बच्चे को देखने गए हैं, लेकिन पीकू वार्ड में एक भी मरीज भर्ती नहीं था.
हालांकि, बाद में मीडिया के पहुंचने की सूचना मिलने पर शिशु रोग विशेषज्ञ ने आकर बच्चों का इलाज शुरू कर दिया. वहीं, ऑर्थो के मरीज परेशान दिखे. इस संबंध में सिविल सर्जन डॉ. योगेंद्र महतो ने जांच कर कार्रवाई करने की बात कही.
टाइफाइड के लक्षण-
-सिरदर्द
-पेट में दर्द
-पेट पर सूजन
-लगातार उल्टी
-दस्त (डायरिया)
-जीभ पर परत सी जमा होना
-तीन दिन से ज्यादा समय तक बुखार
किसी को तीन तो किसी को पांच दिन से बुखार
सदर अस्पताल में पहुंचे बरौली के कोटवा से अफसा खातून के पिता अली हसन ने बताया कि तीन दिन से बेटी को बुखार था. हालत बिगड़ने पर सदर अस्पताल में लाया गया. वहीं, अमवा गांव निवासी राजेश प्रसाद के पुत्र अमर कुमार को दो दिन से बुखार था, जबकि जगीरी टोला निवासी आरती देवी के पुत्र राजू कुमार को पांच दिन से बुखार था. स्थिति बिगड़ने पर अस्पताल लाया गया था.
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