पटना: राजधानी पटना के जेपी गंगा पथ पर सीएम के काफिले के दौरान एक रुके हुए एंबुलेंस का वीडियो काफी तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल (Ambulance Viral Video) हो रहा है. इस वीडियो को लेकर दावा किया जा रहा है कि सीएम के काफिले के लिए एंबुलेंस को रोका गया है. इस मामले को लेकर बिहार बीजेपी (BJP) ने ट्वीट कर सीएम नीतीश कुमार पर निशाना साधा है. इस वायरल वीडियो को लेकर बीजेपी ने बिहार सरकार को क्रूर, निर्दयी और असंवेदनशील बताया है. हालांकि इस वायरल वीडियो को लेकर पटना के ट्रैफिक एसपी पूरण कुमार झा ने बताया कि वीडियो संज्ञान में आया है. इसकी जांच की जा रही है.


बीजेपी ने साधा निशाना


बीजेपी ट्वीट कर लिखा है कि 'जब शासक क्रूर, निर्दयी और असंवेदनशील हो जाए तो उसकी कीमत जनता चुकाती है. एंबुलेंस में गंभीर स्थिति में पड़े मरीज को लेकर परिवार बिलख कर रो रहा है, लेकिन नीतीश कुमार का काफिला नहीं रुका. नीतीश कुमार क्या आपके अंदर की मानवता धिक्कारती नहीं है?'



जांच की जा रही है- ट्रैफिक एसपी 


इस मामले को लेकर पटना के ट्रैफिक एसपी पूरण कुमार झा ने वीडियो की पुष्टि करते हुए कहा कि पूर्व से ही सभी पुलिस पदाधिकारी और सभी पुलिसकर्मी को यह निर्देशित किया गया है कि किसी भी परिस्थिति में एंबुलेंस या अन्य आपातकालीन वाहनों को नहीं रोका जाए. इस संबंध में सभी के द्वारा अनुपालन भी किया जा रहा है, लेकिन आज एक वीडियो संज्ञान में आया है जिसमें एक पुलिसकर्मी एंबुलेंस को रोके हुए दिख रहा है. ऐसा किस परिस्थिति में किया गया? इसकी जांच की जा रही है. भविष्य में इस प्रकार की घटना ना हो, इसके लिए सभी पुलिस पदाधिकारियों एवं पुलिस कर्मियों को निर्देशित किया गया है एवं संवेदनशील बनाया गया है कि किसी भी परिस्थिति में एंबुलेंस या आपातकालीन वाहनों को नहीं रोका जाए.


एंबुलेंस के ड्राइवर ने कही ये बात


वहीं, एंबुलेंस के ड्राइवर से एबीपी के संवाददाता ने बात की तो उसने बताया कि कोई नहीं रोका था. मरीज के परिजनों ने बोला था कि रोक दीजिए. 10 मिनट का काम है तो हम मरीज के परिजन के कहने पर रुके हुए थे. पुलिस हमें नहीं रोकी थी. संयोग बस उसी वक्त सीएम जा रहे थे. सीएम को जाने के 10 मिनट बाद हम वहां से निकले हैं. यह मामला रविवार का मामला है.