रोहतासः जिले के अमझोर थाना के प्रभारी अजय कुमार का सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है. उस वीडियो में वह अकेले नहीं हैं बल्कि उनके साथ दो-तीन और पुलिसकर्मी दिख रहे हैं. ये सभी एक घर में रात के समय महिलाओं से पूछताछ के दौरान अभद्र व्यवहार कर रहे हैं. घर में मौजूद एक महिला जब वीडियो बनाने लगी तो उससे फोन छीनने का प्रयास भी किया गया. वहीं बाल भी खींचे गए. सबसे बड़ी बात है कि वीडियो में उनके साथ एक भी महिला पुलिसकर्मी नहीं दिख रही है.
यह वायरल वीडियो अमझोर इलाके के भादसा गांव का बताया जा रहा है. यहां गांव के ही रंजीत यादव पर अमझोर थाने में अवैध बालू लदे ट्रैक्टर छुड़ाने का आरोप है. इसी मामले को लेकर पुलिस बिना वारंट बिना महिला सिपाही साथ लिए रंजीत यादव के घर पर गई थी. हालांकि घर की महिलाओं का कहना था कि रंजीत यादव घर पर नहीं है. पुलिस घर की महिलाओं से रंजीत को निकालने के लिए कह रही थी. इसी दौरान महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार और मारपीट की गई. एक सप्ताह पहले का यह मामला है.
गौरतलब है कि डेढ़ महीने पहले भी तिलौथू इलाके की पुलिस पर छापेमारी के दौरान बालू के मामले में ही छत से धक्का देकर एक आरोपी की मौत का संगीन आरोप लगा था. इसके बाद घटना से नाराज ग्रामीणों ने आगजनी कर एनएच-2 सी डेहरी-रोहतास सड़क मार्ग को जाम कर दिया था. साथ ही दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर बवाल काटा था. लोगों का आरोप था कि पुलिस के टॉर्चर के कारण मल्लू यादव की मौत हुई है.
थानेदार ने कहा- वीडियो को एडिट किया गया
वहीं, इस वायरल वीडियो को देखने के बाद एबीपी न्यूज ने थानेदार अजय कुमार का पक्ष जाना. थानेदार अजय कुमार ने अपने उपर लगे सारे आरोपों से इनकार कर दिया. कहने लगे कि उनके साथ महिला पुलिसकर्मी थीं. वीडियो को एडिट कर मेरे खिलाफ ऐसा किया गया है. हमलोग सुबह साढ़े छह बजे गए थे. हम देख रहे हैं कि वह वीडियो बना रही है तो फिर गलत क्यों करेंगे.
इस मामले में डेहरी के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी नवजोत सिमी ने बताया कि सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी मिली है कि अमजोर थाना की पुलिस द्वारा महिला के घर में घुसकर अभद्र व्यवहार किया गया है. इस मामले में अभी जांच चल रही है. जांच के बाद जो इसमें दोषी पाए जाएंगे उनपर कार्रवाई होगी.
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