पटना: चुनावी सरगर्मियों के बीच आरजेडी नेता का एक वायरल वीडियो आरजेडी परिवार के लिए सिरदर्द बन गया है. दरअसल वायरल वीडियो में आरजेडी नेता कमलेश शर्मा मंच से संबोधन में यह कहते दिख रहे हैं कि जेल में बंद आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव से उनकी प्रतिदिन फोन पर बात होती रहती है. इसी वाकया को लेकर बिहार में सियासी हलचल तेज हो गई है और सत्ता पक्ष विपक्षी पार्टी के मुखिया को कठघरे में खड़ा कर रही है.


जेल से चलता है आरजेडी का संचालन


बिहार की सत्ताधारी पार्टी जेडीयू के प्रवक्ता राजीव रंजन ने आरजेडी पर वार करते हुए कहा कि हम इस बात का पहले से ही आरोप लगाते आ रहे हैं कि आरजेडी का संचालन जेल से ही चलता है. इसका बड़ा प्रमाण कमलेश जैसे नेता ने दे दिया. आगे राजीव ने कहा, ऐसे अनेक लोग हैं, जो लालू यादव से टेलिफोन के जरिये जुड़े हैं. इस पूरे प्रकरण को गंभीरता से देखना चाहिए. झारखंड सरकार लालू यादव के बैसाखी पर है, उनसे जेल मैनुअल के पालन की उम्मीद नहीं की जा सकती. इसलिए चुनाव आयोग को इसपर संज्ञान लेना चाहिए.


जोश में दे जाते हैं कुछ भी बयान


आरजेडी के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने लालू यादव का बीच बचाव करते हुए कहा हमारे नेता लालू यादव जेल मैनुअल का सदैव पालन करते आए हैं. वहीं तिवारी ने अपने ही नेता पर कटाक्ष करते हुए कहा, कमलेश शर्मा कुछ ही दिन पहले पार्टी में शामिल हुए हैं. जोश में कुछ भी बयान दे जाते हैं. हर किसी को लगता है कि लालू जी का नाम लेने से उनका नाम हो जाएगा. इससे लोगों को लगेगा कि वो पार्टी के भारी- भरकम नेता हैं. कुर्ता पैजामा पहनने से वो उम्मीदवार नहीं बन जाएंगे. उम्मीदवार पर अंतिम फैसला पार्टी नेतृत्व तय करेगी.


तेजस्वी यादव से होते रहती है बात


वहीं अपनी सफाई में नेता का कहना है कि चूंकि लालू यादव एक बहुत बड़ा नाम है और उनके नाम से कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर दौड़ती है, इसलिए मैंने अपने संबोधन में सुप्रीमों का नाम लिया. उसे लहजे में बोला गया था न कि बात होती है. आगे कमलेश ने कहा, हां चुनाव को लेकर फोन पर मेरी बात तेजस्वी यादव से होती रहती है. वहीं सत्ताधारी नेताओं पर उनका आरोप है कि वो उनकी छवि बिगाड़ने के लिए वीडियो का गलत फायदा उठाते हुए उसे वायरल कर रही हैं.


जेडीयू ने इस वजह से किया था निष्कासित


बता दें कि आरजेडी नेता कमलेश शर्मा पहले भी चर्चा में रह चुके. तब का वाकया यह था कि शर्मा गया से जेडीयू के युवा जिलाध्यक्ष हुआ करते थें. आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के साथ उनके वायरल फोटो के बाद पार्टी ने उन्हें निष्कासित कर दिया था. जिसके बाद वो लागातार जदयू नेताओं पर अपने आक्रामक रवैया से चर्चा में रहे. निष्कासन के कुछ ही दिनों बाद शर्मा ने आरजेडी का दामन थाम लिया और तभी से खुद को टिकारी विधानसभा से आरजेडी के संभावित उम्मीदवार बता रहे है.