बेतिया: जिले के बैरिया प्रखंड के एक स्कूल में शिक्षिका की योगदान का एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल (Viral Video) हो रहा है. इस वीडियो में दिख रहा है कि नवनियुक्त शिक्षिका जमीन पर बैठकर एक झोपड़ी में (Bettiah News) अपना योगदान दे रही हैं. बीपीएससी की परीक्षा पास कर शिक्षक बने अभ्यर्थी जब अपने स्कूल पहुंचे तो वहां की व्यवस्था देखकर दंग रह गए. वहीं, किसी ने बिहार के इस अनोखे स्कूल की व्यवस्था की तस्वीर अपने मोबाइल में कैद कर लिया. अब वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.


स्कूल में गंडक नदी पार कर आना जाना पड़ता है


यह मामला उस समय का है जब एक बीपीएससी परीक्षा पास शिक्षिका बैरिया प्रखंड क्षेत्र की बैजुआ पंचायत के दियारा के राजघाट गोबरही के राजकीय प्राथमिक विद्यालय में योगदान देने गई थी. इस दौरान शिक्षा व्यवस्था की पोल खुल गई. बता दें कि दियारा क्षेत्र में यह स्कूल है और जाने के लिए कोई रास्ता नहीं है. गंडक नदी पार कर आना जाना पड़ता है. किसी तरह जब एक शिक्षिका स्कूल पहुंची तो देखा कि न भवन है और ना ही रहने की कोई ठिकाना है. शौचालय की कोई व्यवस्था नहीं है. वहीं, इस स्कूल में कोई ब्लैक बोर्ड तक नहीं लगा था.



यह स्कूल भवन विहीन और भूमिहीन है- प्रधानाध्यापक 


यह वीडियो शिक्षा विभाग की पोल खोल रहा है. अभी बिहार में शिक्षकों की गुणवत्ता सुधारने की वकालत की जा रही है, लेकिन इन विद्यालय में पठन पाठन कराने में किस कदर परेशानी होगी, इसका अनुमान आप इस तस्वीरों से लगा सकते हैं. वहीं, इस संबंध में प्रधानाध्यापक श्रीकांत यादव ने बताया कि बाढ़ के समय में स्कूल से कुर्सी टेबल सहित कुछ कागजात पानी में बह गया. यह स्कूल भवन विहीन और भूमिहीन है. दियारा क्षेत्र में संसाधन की कमी है, जिसकी वजह से शिक्षिका जमीन पर बैठकर ही अपना योगदान दी हैं.


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