पटना: बिहार में विधान मंडल की शीतकालीन सत्र चल रही. इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) का रौद्र रूप देखने को मिला. छपरा में जहरीली शराब से सात लोगों की मौत हो चुकी है. कई गंभीर रूप से बीमार हैं. बीजेपी ने विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन बुधवार को सदन में इस मुद्दे पर हंगामा कर रही थी. तब ही CM नीतीश अचानक भड़क गए. बीजेपी पर जमकर बरसे और अपना रौद्र रूप दिखाया. उन्होंने बीजेपी विधायकों को कहा कि जब तक हमारे साथ आप लोग थे तो शराबबंदी के पक्ष में थे. आप क्या हो गया? झूठ बोलते हो. ड्रामा कर रहे हैं. गलत बात है ये. सबको भगाओ यहां से. आप लोग गंदा काम कर रहे हैं.
'सबको भगाओ यहां से'
मुख्यमंत्री नीतीश ने बीजेपी पर चिल्लाते हुए कहा कि उस वक्त सभी शराबबंदी के पक्ष में थे या नहीं थे. अब क्या हो गया उनको. इतना गंदा काम कर रहे हो. क्यों बोल रहे हैं ऐसा कि शराब बिक रहा है. अब कह रहे कि आज मैं गंदा काम करवा रहा. इसका मतलब तुम लोग ही गड़बड़ कर रहे हो. स्पीकर अवध बिहारी चौधरी को कहा कि आप उनका ही पक्ष ले रहे हैं. इनको बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि आज सभी कह रहे कि शराब बिक रहा है तो लोग मर रहे हैं. उस वक्त सभी शराबबंदी के पक्ष में थे. आज कह रहे कि क्या हो गया है. इतना गंदा काम हो गया. शराबी हो क्या तुमलोग. आप जो कर रहे ये पूरे बिहार में चलेगा. पोस्टर लेकर खड़े हो गए हो. सबको भगाओ यहां से.
पहले भी दिखा है मुख्यमंत्री का ये रूप
बता दें कि मंगलवार को बिहार विधानमंडल की शीतकालीन सत्र की शुरुआत हुई है. आज सदन का दूसरा दिन है. बीजेपी ने हाथ में पोस्टर के साथ बिहार सरकार को शराबबंदी और बिहार में हुए जहरीली शराब से मौतों पर घेरा. इसी बात पर नीतीश कुमार ने उनको लताड़ लगाते हुए पुराने दिनों की याद दिला दी. जब उनके साथ के ही सरकार में बिहार में शराबबंदी लागू हुआ था. हालांकि इससे पहले जब विजय सिन्हा स्पीकर थे तब भी मुख्यमंत्री नीतीश का ये ही रूप देखने को मिला था. वह उस वक्त के स्पीकर सिन्हा पर जमकर भड़के थे. मार्च की बात है. इस बात पर भी जमकर बवाल हुआ था.