बिहार पुलिस का तालिबानी चेहरा! हाथ-पैर बांध कर लोगों को घंटों जमीन पर बैठाया, Video देखकर सिहर जाएंगे आप
सिटी एसपी राकेश कुमार ने बताया कि जिला पदाधिकारी के आदेश पर खनन विभाग के पदाधिकारियों द्वारा आढतपुर गांव के किनारे नदी में बालू उठाव को लेकर सीमांकन किया जाना था. लेकिन लोगों ने उन पर हमला कर दिया.
गया: बिहार पुलिस अपने कारनामों की वजह से अक्सर सुर्खियों में रहती है. ताजा मामला बिहार के गया जिले का है, जहां से पुलिस की बर्बरता का वीडियो सामने आया, जिसमें पुलिस का तालिबानी चेहरा दिख रहा है. वायरल वीडियो में पुलिस द्वारा महिला और पुरुष का हाथ-पैर बांध कर जमीन बैठाए गए नजर आ रहे हैं. इधर, जमीन पर बैठे लोग बेबस लाचार दिख रहे हैं. इस वीडियो के सामने आने के बाद बिहार पुलिस की खूब किरकिरी हो रही है. बता दें कि पूरा मामला जिले के बेलागंज थाना क्षेत्र के आढतपुर गांव का है.
जानें क्या है पूरा मामला
दरअसल, उक्त गांव में मंगलवार को नदी किनारे जिला खनन विभाग द्वारा बालू उठाव को लेकर सीमांकन करने का काम शुरू किया गया था. इसी दौरान ग्रामीण उग्र हो गए थे और इसका विरोध करते हुए पुलिस बल पर पथराव कर दिया था, जिसमें नौ पुलिस जवान बुरी तरह घायल हो गए थे. घटना के बाद जिला पुलिस की ओर से और सुरक्षाबल जवानों को भेजा गया, जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पथराव करने वाले महिला-पुरुष व किशोरियों सहित 10 को गिरफ्तार कर लिया. हालांकि, इस दौरान उन्होंने जो तरीका अपनाया उसका वीडियो वायरल हो रहा है.
शहर "तालिबानी" हुक्म का! गया के बेलागंज में पुलिस पर पथराव करने के बाद "बर्बरता" का वीडियो सामने आया है. खेत में महिलाओं और किशोरियों का दोनों हाथ पीठ के पीछे कर बांध दिया. सवाल यह है कि बालू हिरासत में महिलाओं को पकड़ने का कोई और तरीका नहीं था? गया से अजीत की रिपोर्ट. pic.twitter.com/UHYqqONFfZ
— Prakash Kumar (@kumarprakash4u) February 17, 2022
सिटी एसपी ने कही ये बात
इधर, सिटी एसपी राकेश कुमार ने बताया कि जिला पदाधिकारी के आदेश पर खनन विभाग के पदाधिकारियों द्वारा आढतपुर गांव के किनारे नदी में बालू उठाव को लेकर सीमांकन किया जाना था. लेकिन लोगों ने उन पर हमला कर दिया. पथराव मामले में 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. सरकारी कार्य में बाधा उत्पन्न करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई की गई है. लोगों ने लाठी-डंडे से पुलिस व मजिस्ट्रेट पर हमला किया गया था. अन्य उपद्रवियों को भी पहचान कर गिरफ्तार किया जाएगा.
गांव के लोगों ने बताई हमले की वजह
वीडियो वायरल पर उन्होंने कहा कि वहां महिला पुलिस अधिकारी मौजूद थी. पुलिस प्रशासन पर लोगों ने हमला किया था. अगर कोई पुलिस पर हमला करता है या सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाता है, तो कार्रवाई की जाएगी. इधर, पूरे मामले में ग्रामीणों ने कहा कि हमने इसलिए विरोध किया क्योंकि अगर बालू का उठाव गांव से शुरू होता तो बरसात के दिनों में गांव में पानी घुस जाता, जिससे लोगों को परेशानी होती.
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