Bihar Weather Today 30 May 2022: बिहार में बहुत जल्द मानसून आने की संभावना दिख रही है. केरल में संभावित समय से तीन दिन पहले ही 29 मई को मानसून ने दस्तक दे दी है. माना जा रहा है कि बिहार में भी 7 से 8 जून तक मानसून आ सकता है. मौसम विज्ञान केंद्र (Meteorological Center) के अनुसार सबसे पहले केरल में मानसून आता है जिसकी तिथि एक जून थी, लेकिन इस बार 29 मई को ही आ गया है. पिछली बार केरल में तीन जून को मानसून आया था. इसके 9 दिन बाद 12 जून को बिहार में मानसून देखने को मिला था. इस हिसाब से देखा जाए तो 7 से 8 जून के आसपास बिहार में मानसून आ सकता है.
आज बिहार के 24 जिलों में बारिश होने की संभावना है. जिन जिलों में बारिश की संभावना है उनमें पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी, गोपालगंज, सुपौल, सारण, सिवान, वैशाली, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, मधुबनी, दरभंगा, अररिया, किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया, सहरसा, मधेपुरा, खगड़िया, भागलपुर, मुंगेर, जमुई और बांका शामिल है.
रविवार को भी प्रदेश के कई जिलों में हुई बारिश
बीते रविवार को बिहार के 25 जिलों में बारिश हुई है. सबसे अधिक पूर्वी चंपारण के बाल्मीकि नगर में 79.3 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है. वहीं, रामनगर में 59.6 मिलिमीटर वर्षा हुआ. इसके अलावा पश्चिम चंपारण, कटिहार, गोपालगंज, शिवहर, सारण, सीतामढ़ी, सिवान, मुजफ्फरपुर, पटना, अरवल, जहानाबाद, नालंदा, नवादा, वैशाली, बक्सर, भोजपुर, समस्तीपुर, दरभंगा, मधुबनी, बेगूसराय, कैमूर, रोहतास, जमुई और बांका में हल्की वर्षा हुई. इसके साथ ही काले बादल भी छाए रहे.
दक्षिण बिहार के तापमान में हो रही है बढ़ोतरी
आज सोमवार को बिहार के सभी जिलों में तापमान 40 डिग्री से नीचे रहने की संभावना है. बिहार के दक्षिण पश्चिम भाग के बक्सर, भोजपुर, औरंगाबाद, अरवल, रोहतास और कैमूर जिलों में 38 से 40 डिग्री सेल्सियस तापमान रहने का की उम्मीद है. वहीं, सुपौल, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार, मधेपुरा और सहरसा में 34 से 36 डिग्री तक तापमान रहेगा. शेष जिलों में 36 से 38 डिग्री तापमान रहेगा. रविवार को रोहतास का डेहरी सबसे गर्म रहा. यहां 39.8 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया गया. एक-दो जिलों को छोड़कर औसत तापमान 32 से 35 डिग्री के बीच रहा.
बिहार में पूर्वी और उत्तर पूर्वी हवाओं का प्रवाह
मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार, एक पूर्व पश्चिम ट्रफ रेखा उत्तर पश्चिम राजस्थान से हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल के उप हिमालयी क्षेत्र से होते हुए पूर्वी असम तक गुजर रही है. यह समुद्र तल से 0.9 किलोमीटर ऊपर तक विस्तारित है. इसके कारण बिहार में पूर्वी एवं उत्तर पूर्वी में तीव्र हवाओं का प्रवाह बना हुआ है. इसके प्रभाव से आज उत्तर बिहार के कई जिलों एवं दक्षिण पूर्व भाग के जिलों में बारिश हो सकती है.
यह भी पढ़ें-