पटना: कांग्रेस अध्यक्ष पद को लेकर लंबे समय से चल रहे मंथन के बाद सोमवार को 7 घंटे तक चली कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में यह फैसला लिया गया कि सोनिया गांधी ही कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष बनी रहेंगी. अब अगले 6 महीने के भीतर कांग्रेस के नए अध्यक्ष का चयन होगा. हलांकि चर्चाएं यह थीं कि राहुल गांधी को दोबारा कांग्रेस अध्यक्ष बनाया जाएगा.


इस संबंध में प्रतिक्रिया देते हुए बिहार के डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने कहा, " अब कांग्रेस के पास कोई नेता नहीं बचा है. कांग्रेस पार्टी में मात्र अब दो ही नेता हैं, अमरिंदर सिंह और भूपेश बघेल हैं. पूरे देश में जिस तरह से कांग्रेस खत्म होती जा रही है, अगर राहुल गांधी को एक बार फिर अध्यक्ष बना भी दें तो देश उन्हें स्वीकार नहीं करेगा. देश ही क्यों कांग्रेस नेता भी उन्हें स्वीकार नहीं कर सकते."


उन्होंने कहा, " जिस तरह से राहुल गांधी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर टिप्पणी करते हैं, राफेल मुद्दा को लेकर जिस तरह से वह लगातार बयानबाजी करते आ रहे थे. कांग्रेसी भी उनके बयानों को स्वीकार नहीं कर रहा था. यानी कांग्रेस के भीतर ही उनके खिलाफ विद्रोह है. कांग्रेस का अध्यक्ष चाहे जो कोई भी बने लेकिन अध्यक्ष पद का नकेल गांधी परिवार अपने पास ही रखना चाहेगा."


सुशील मोदी ने कहा, " एक जमाने में सीताराम केसरी को अध्यक्ष बनाया था और बाद में उन्हें हटा दिया गया था. ऐसे में हो सकता है कि राहुल गांधी खुद अध्यक्ष न बन कर किसी और को अध्यक्ष बनाएं और पर्दे के पीछे से वही चलाते रहें, इसलिए हमारे लिए अच्छी बात है. पर्दे के पीछे से या आगे से जब तक मुकाबला राहुल गांधी बनाम नरेंद्र मोदी है, तब तक राहुल गांधी लड़ाई के नजदीक भी नहीं पहुंच सकते हैं."