JDU-RJD की राजनीतिक गहराई को समझिए, दो बड़ी क्षेत्रीय पार्टियों के बीच क्या है 'साइलेंट' वॉर?
Bihar Politics: तेजस्वी यादव और नीतीश कुमार दोनों यात्रा पर निकल रहे है. दोनों ही नेताओं की यात्रा का फोसक सिर्फ साइलेंट वोटर हैं. क्या हैं दोनों पार्टियों के दावे? जानने के लिए पढ़ें पूरी खबर.
Woman Voter In Bihar Assembly Elections 2025: बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले सभी पार्टियां यात्रा पर जोर दे रही हैं. ऐसा लगता है कि इस बार यात्रा के जरिए ही नैया पार लगेगी. जन सुराज ने तो पार्टी बनाने से पहले ही लंबी यात्रा कर ली, वहीं वीआईपी के मुकेश सहनी भी निषाद आरक्षण संकल्प यात्रा कर रहे हैं. उधर चिराग पासवान ने भी गांव-गांव तक अपनी पार्टी के नेताओं को भेजना का ऐलान कर दिया है, लेकिन इन दिनों दो बड़ी पार्टियों की यात्रा जो होने वाली है, उसकी चर्चा राजनीतिक गलियारों में खूब हो रही है. जिनके बारे में ये कहा जा रहा कि यात्रा के जरिए दोनों ही अपने 'साइलेंट' वोटर को साधने में जुटे हैं.
जेडीयू-आरजेडी की यात्रा का मतलब
दरअसल हम बात कर रहे हैं सीएम नीतीश की 'महिला संवाद यात्रा' और तेजस्वी की 'जन संवाद यात्रा' की. तेजस्वी यादव चार दिसंबर से तो सीएम नीतीश कुमार 15 दिसंबर से अपनी यात्रा शुरू करेंगे. दोनों का फोकस एक 'साइलेंट' वोटर यानी 'महिला' वोटर पर है. क्या है रणनीति, किसके पास महिला वोटर्स यानी जीत की चाबी है. क्या विधानसभा चुनाव 2025 का अगाज महिला वोटरों को साधने से होगा?
दोनों ही नेताओं की यात्रा पर उनके दलों ने बड़ा-बड़ा दावा किया है. तेजस्वी की यात्रा और महिला वोटर्स पर आरजेडी की पकड़ को लेकर मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि अब कोई भी वोटर चाहे वह महिला हो या युवा हो, वह एनडीए में जेडीयू या बीजेपी के साथ नहीं है. 2020 में ही क्लियर हो गया था आरजेडी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी. तेजस्वी यादव कार्यकर्ता के साथ संवाद करने निकल रहे हैं. नीतीश कुमार की यात्रा महिलाओं के लिए है तो उन्हें महिलाओं को 19 साल के कामकाज का हिसाब देना होगा.
मृत्युंजय तिवारी ने कहा जितनी भी यात्रा अब तक नीतीश कुमार ने किया उसका श्वेत पत्र जारी करें. महिला की बात हो रही है तो पहली बिहार की महिला मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ही हैं. तेजस्वी ने नौजवानों को नौकरी दी तो सभी माता बहनें उन्हें सीएम बनने के लिए आगे आ रही हैं. जिस साइलेंट वोटर्स की बात होती थी वह अब तेजस्वी यादव के साथ हैं.
मृत्युंजय ने कहा कि अगर साइलेंट वाटर नीतीश कुमार के साथ होते तो जेडीयू तीसरे नंबर की पार्टी नहीं होती. महिलाओं के लिए कई योजनाएं तेजस्वी यादव ने बना रखी है, वह जल्द सामने आएगी. मृत्युंजय तिवारी ने नीतीश कुमार पर यह कह कर भी तंज कसा कि उन्होंने तो भरी सदन में महिला का अपमान किया जो देश और दुनिया ने देखा. इसलिए इन्हें महिला सम्मान की बात नहीं करनी चाहिए.
आरजेडी के दावों पर जेडीयू ने पलटवार किया है. जेडीयू नेता नीरज कुमार ने कहा कि नीतीश कुमार ने यात्राओं की श्रृंखला खड़ी कर दी है. जो लोग यात्रा को लेकर शासन, सत्ता और राजकोष के दुरुपयोग का आरोप लगा रहे हैं. वैसे लोग समाधान और निश्चय यात्रा में सीएम नीतीश कुमार के बगल में खड़े होकर कसीदे पढ़ रहे थे. महिलाओं का वोट अगर 2024 के लोकसभा चुनाव में किसी को सबसे ज्यादा मिला तो वह जनता दल (यू) को मिला है.
नीरज कुमार ने तेजस्वी यादव पर बड़ा हमला करते हुए कह दिया कि यह लोग महिला के रोने पर हंसने और बेटियों के चीत्कार को नहीं सुनने वाले हैं. इन लोगों ने तो शराबबंदी होने के बावजूद भी इलेक्ट्रोल बॉन्ड के माध्यम से शराब कंपनियों से चंदा लिया है. आपने पैसा लिया यह आपका नजरिया महिलाओं के प्रति प्रकट करता है. महिला वोटर नीतीश कुमार को जाति धर्म से ऊपर उठकर वोट देती हैं.
2025 चुनाव में महिलाओं का आशीर्वाद किसको?
बहरहाल महिला वोटर किसके साथ हैं ये तो चुनावी परिणाम तय करेगा लेकिन जेडीयू ने दावा किया है कि बिहार की आधी आबादी हमारे साथ इंटैक्ट है. वहीं आरजेडी ने भी साफ कर दिया कि तेजस्वी यादव की जो योजनाएं हैं, वह महिलाओं के लिए तैयार हैं और 2025 के चुनाव में इनका आशीर्वाद आरजेडी को मिलेगा. हालांकि अब तक चुनावों पर नजर डालें तो नीतीश कुमार को महिलाओं का वोट सबसे ज्यादा मिला है और आगे भी उम्मीद यही की जा रही है कि 2020 में 45 सीटें लाने वाली जेडीयू इस बार मजबूत एनडीए और महिलाओं के वोट को साध कर अच्छा करेगी.
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