पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) मंगलवार को प्रदेश की राजधानी पटना से सटे मनेर स्थित मनेर शरीफ दरगाह पहुंचे, जहां उन्होंने चादरपोशी कर प्रदेशवासियों के लिए अमन चैन की दुआ मांगी. बिहार विधानसभा (Bihar Legislative Assembly) में सोमवार को जिस तरह से सीएम और स्पीकर के बीच बहस हुई, उसके बाद विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा (Vijay Kumar Sinha) मंगलवार को विधानसभा नहीं आए. उनकी अनुपस्थिति में बीजेपी नेता और पूर्व मंत्री प्रेम कुमार (Prem Kumar) ने सदन का संचालन किया, जिसका विपक्ष ने पुरजोर विरोध किया.
मुख्यमंत्री भी नहीं पहुंचे विधानसभा
इधर, सदन में गहमा-गहमी के बाद मुख्यमंत्री भी मंगलवार को विधानसभा नहीं जाकर चादरपोशी करने मनेर शरीफ चले गए. इस दौरान जब पत्रकारों ने उसने ऐसा करने का कारण पूछा तो उन्होंने कहा कि हम तो हमेशा से यहां आते रहते हैं. बीच में कोरोना की वजह से कहीं भी आने-जाने पर पाबंदी लग गई थी. लेकिन अब स्थिति सामान्य है तो फिर दरबार में उपस्थित हुए हैं.
सवालों से सीएम ने किया किनारा
मुख्यमंत्री ने कहा, " राज्य में अमन-चैन हो, भाईचारा हो इसके लिए हम सालों से काम कर रहे हैं. आप देख ही रहे हैं कि हमने किस तरह के माहौल को बनाने का काम किया है. ऐसे में ऐसा ही माहौल बना रहे, यही दुआ करने आए थे." हालांकि, इस दौरान जब पत्रकारों ने उनसे विधानसभा में हुए हंगामे के संबंध में पूछा तो उन्होंने कुछ नहीं कहा, वे सवालों से बचते हुए वहां से निकल गए.
बता दें कि सोमवार को विधानसभा में बीजेपी विधायक संजय सरावगी (Sanjay Sarawagi) ने लखीसराय में बढ़ते अपराध से जुड़ा प्रश्न किया था, जिस पर बवाल हो गया था. बीजेपी (BJP) विधायक द्वारा गृह विभाग से जुड़ा प्रश्न किए जाने के बाद उन्हें आसन की ओर से शह मिला, जिसके बाद सदन में बवाल शुरू हो गया.
विभाग के प्रभारी मंत्री के बाद खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जवाब देने के लिए खड़े हो गए. इस दौरान स्पीकर विजय कुमार सिन्हा (Vijay Kumar Sinha) ने उन्हें तथ्यों से अवगत कराया, जिस पर वे खीज गए और स्पीकर पर नियमों के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए उन्हें फटकार लगा दी. अब इस मुद्दे पर विवाद जारी है. विपक्ष के नेता आसन का आपमान करने का आरोप लगातक मुख्यमंत्री से इस्तीफे की मांग कर रहे हैं.
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