(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
तेजस्वी पर कन्हैया ने साधा निशाना तो भड़के तेज प्रताप, याद दिलाई 'हैसियत', कहा- लालू यादव नहीं होते तो...
कन्हैया ने कहा था, " हमारा कोई इतिहास नहीं है. साधारण परिवार का बच्चा हूं और कांग्रेस में आया हूं. जिसके पास थाती है, उन सब ने उसे अपनी छाती में समा लिया है. कोई दूसरे को मौका देने को तैयार नहीं है."
पटना: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव (Lalu Yadav) के बड़े लाल तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) को अक्सर ये कहते सुना जाता है कि छोटे भाई तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) उनके अर्जुन और वो उनके कृष्ण हैं. जब भी तेजस्वी पर कोई मुसीबत आएगी तो उसे तेज प्रताप का सामना करना पड़ेगा. बता दें कि तेज प्रताप ये कहते ही नहीं करते हैं. जब भी तेजस्वी पर वार होता तो तो तेज प्रताप पलटवार करते हैं. इसी क्रम में शनिवार को उन्होंने कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार (Kanhaiya Kumar) को घेरा है. दरअसल, कन्हैया ने पटना आने के बाद इशारों में तेजस्वी पर निशाना साधा था. इस बात से नाराज तेज प्रताप ने कन्हैया को उनकी हैसियत याद दिलाई है.
कन्हैया कुमार को याद दिलाई हैसियत
तेज प्रताप ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर कहा, " जबसे आए हो,अक्कड़-बक्कड़ कुच्छो बोलते जा रहे हो. गैंग वाले थे, अब नेता बनने का शौक पाले हो क्या? याद रखो कि अगर लालू यादव ना होते तो शायद तुम भी ना होते."
जबसे आए हो,अक्कड़-बक्कड़ कुच्छो बोलते जा रहे हो..! गैंग वाले थे, अब नेता बनने का शौक़ पाले हो का..?
— Tej Pratap Yadav (@TejYadav14) October 23, 2021
याद रखो कि अगर लालू यादव जी ना होते तो शायद तुम भी ना होते..!
बिना नाम लिए हमला बोला था
बता दें कि कांग्रेस में शामिल होने के बाद कन्हैया कुमार शुक्रवार को अपने दोस्त जिग्नेश मेवानी (Jignesh Mewani) और हार्दिक पटेल (Hardik Patel) के साथ पटना पहुंचे. पटना में उन्होंने सदाकत आश्रम में आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लिया और वहां मौजूद लोगों को संबोधित किया. अपने संबोधन के दौरान उन्होंने तेजस्वी यादव पर बिना नाम लिए हमला बोला था.
उन्होंने कहा था, " हमारा कोई इतिहास नहीं है. आपके तरह साधारण परिवार का बच्चा हूं और कांग्रेस में आया हूं. जिसके पास थाती है, उन सब ने उसे अपनी छाती में समा लिया है. कोई दूसरे को मौका देने को तैयार नहीं है. एकमात्र राहुल गांधी ही ऐसे नेता हैं, जिन्होंने बांह फैलाकर हमें अपना लिया. इस पार्टी में सहिष्णुता है. हम किसी की लकीर मिटाए बिना, अपनी लकीर खिंच कर दिखाएंगे."
तेजस्वी से सवाल पूछने को कहा
वहीं, एबीपी से बातचीत के दौरान नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव संग अब तक मंच साझा नहीं करने के संबंध में उन्होंने कहा था, " जब हम बिहार में बेरोजगारी का मुद्दा उठाते हुए जन, गण, मन यात्रा पर निकले थे. सीएए के नाम पर समाज में हो रहे ध्रुविकरण के विरोध में जब हम निकले तो लोग नहीं आए. रैली हुई तो लोग नहीं आए. तो सवाल उनसे पूछा जाना चाहिए हमसे नहीं."
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