Who Is Narendra Narayan Yadav: बिहार में जेडीयू के वरिष्ठ नेता नरेंद्र नारायण यादव (Narendra Narayan Yadav) शुक्रवार (23 फरवरी) को विधानसभा के डिप्टी स्पीकर के तौर पर निर्विरोध चुन लिए गए हैं. पार्टी नेता महेश्वर हजारी ने उपाध्यक्ष पद से बुधवार को इस्तीफा दे दिया था जिसके बाद इस पद पर चुनाव कराया गया. पूर्व मंत्री नरेंद्र नारायण यादव करीब 73 साल के हैं और 1990 के दशक से मधेपुरा जिले की आलमनगर सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं.
नरेंद्र नारायण यादव का मधेपुरा जिले की आलमनगर सीट से लगातार 7वां कार्यकाल है. जयप्रकाश नारायण के आंदोलन के दौरान उन्होंने एक्टिव पॉलिटिक्स की शुरुआत की थी. नरेंद्र नारायण यादव प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के चहेते नेताओं में शुमार किए जाते हैं.
कौन हैं नरेंद्र नारायण यादव?
नरेंद्र नारायण यादव जेडीयू के दिग्गज नेताओं में शुमार हैं. वो बिहार के मधेपुरा जिला के पुरैनी प्रखंड स्थित बालाटोल के निवासी हैं. नरेंद्र नारायण के सियासी सफर की शुरुआत साल 1968 में हुई. जेपी आंदोलन के दौरान वो चर्चा में आए थे और यहीं से उन्होंने सक्रिय तौर से राजनीतिक जीवन में कदम रखा. राजनीति में एक लंबी यात्रा के बाद पहली बार साल 1995 में आलमनगर सीट से विधायक चुने गए थे. आलमनगर सीट अभी भी वो विधायक हैं और ये उनका 7वां कार्यकाल है.
नीतीश कुमार की सरकार में बने मंत्री
नरेंद्र नारायण यादव को साल 2005 में नीतीश कुमार की सरकार में पहली बार मंत्री बनने का मौका मिला. उन्हें उस वक्त राज्य सरकार में ग्रामीण कार्य मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई थी. नरेंद्र नारायण 2010-2014 तक प्रदेश की सरकार में राजस्व और भूमि सुधार के साथ ही लॉ डिपार्टमेंट के मंत्री के तौर पर जिम्मेदारी निभाई.
नरेंद्र नारायण यादव की विपक्षी नेताओं से अपील
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने नरेंद्र नारायण यादव को सदन का उपाध्यक्ष चुने जाने पर बधाई दी है. नवनिर्वाचित उपाध्यक्ष ने सभी विपक्षी सदस्यों से अपील करते हुए कहा कि उन्हें महत्वपूर्ण प्रश्नकाल के दौरान सदन में व्यवधान पैदा नहीं करना चाहिए. उन्होंने विपक्षी सदस्यों से विधानसभा सत्र के दौरान सदन के संचालन से संबंधित नियमों का पालन करने की अपील की.