(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
किसे अपना रोल मॉडल मानकर रोहिणी बेबाक अंदाज में करती हैं ट्वीट? ABP के इंटरव्यू में खुद बताया
रोहिणी आचार्या ने कहा- मैं पिता की तरह ही निर्भीक और निडर हूं.दुर्भाग्य है कि बेटी-बहन को ये लोग गंदी राजनीति में घसीट लाते हैं.
पटनाः आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्या लगातार ट्विटर पर एक्टिव रहती हैं, लेकिन उन्होंने बहनों के बचाव में बुधवार को ट्विटर पर आपा खो दिया. उन्होंने बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री और राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी के लिए उन्होंने ट्विटर पर कई अपशब्द कह डाले. उन्होंने क्यों इतने ट्वीट किए और वह किसे अपना रोल मॉडल मानती हैं? पढ़ें यह इंटरव्यू.
सोशल मीडिया के जरिए राजनीति करने से जमीन पर रहने वालों के दर्द को कैसे समझा जाए?
ना हीं मैं सरकार में हूं और ना हीं सत्ता से कोई मतलब नहीं है. जब कोई पर्सनल सवाल घर की बेटी-बहन के बारे में बोलने लगेगा तो उसे सुनना तो पड़ेगा ही. कल को आपकी बेटी-बहन के बारे में कोई बोलेगा तो क्या मुंह बंद कर लेंगे? रही बात राजनीति की, तो मोदी (सुशील मोदी) तेजस्वी की बहन के बारे में क्यों बोलते हैं? बोलना है तो पॉलिटिकल जितना बोलना है बोलें. भारत का दुर्भाग्य है कि बेटी-बहन को ये लोग गंदी राजनीति में घसीट लाते हैं और ट्रोलर्स की फौज उतार देते हैं. जितना ये मुझे गाली देंगे उनको हम मुंह तोड़ जवाब देंगे.
आप बेबाक तरीके से अपनी राय रखती हैं, अपने पिता की तरह निडर और निर्भीक होकर...
काश यही बात आप अपने न्यूज चैनल पे बोलते, खैर!.. मैं पिता की तरह ही निर्भीक और निडर हूं इसलिए आपसे बात भी कर रही हूं. नहीं तो ऐसे मैं किसी से बात भी नहीं करती. अपनी बात अपने लोगों को सोशल मीडिया के माध्यम से उठाती हूं और उठाती रहूंगी. आखिर हम जिंदा कौम हैं आवाज तो बुलंद करेंगे ही. मुर्दा थोड़ी हैं जो आंख के अंधे और मुहं के गूंगे बनकर तमाशा देखें. पापा सबको मानते हैं और सम्मान देते हैं, लेकिन लोग उनका फायदा उठा लेते हैं.
आपके रोल मॉडल कौन हैं?
मेरे रोल मॉडल मेरे पापा हैं. मेरे पापा की तरह हर वो निडर निर्भीक इंसान जो जनता के हक के लिए सिस्टम से लड़ जाए बिना परवाह किए कि उसके साथ सिस्टम क्या कर सकता है, मेरा उसूल है नेकी कर दरिया में डाल. पापा यही बोलते थे, जब भी कोई उनको धोखा देता है तो.
सुशील मोदी के ट्वीट पर आप इतना जोरदार भड़कीं कि अपशब्दों की बौछार कर दी, आपको लगता है कि आपने सही किया?
इसका जवाब मेरे फेसबुक या ट्विटर से मिल जाएगा. हां, मैं एक भारतीय नागरिक हूं. अपनों की बातें अपनों से करती हूं और जो भी मीडिया की ओर से मेरे पास आता है उसको देखने के बाद ही रिएक्ट करती हूं. रहा सवाल मोदी जी (सुशील मोदी) का तो वो ये बताएं ना कि उनके बेटे किसकी सेवा में लगे हैं?
कोरोना महामारी में बिहार के स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खुल गई है, क्या कहेंगी?
सबसे पहली बात, सुशील मोदी बताएं ना कि इनके भाई ने आशियाना बिल्डर्स के अपार्टमेंट में हॉस्पिटल क्यों नहीं खोला? 20 साल से ये जनता को झांसा दे रहे हैं. इन्होंने ही बोला था न कुछ दिनों पहले कि बिहार से कोरोना भाग गया. कोरोना महामारी में एक साल तक समय था कुछ करने के लिए, लेकिन कुछ नहीं किया और जो करना चाहता है उसको गाली दे रहे हैं. अपनी नाकामी छुपाने के लिए ऐसे करते हैं लोग. ये तो नेता भी नहीं हैं, चोर दरवाजे से सत्ता हासिल करके आए हैं.
बता दें कि राज्यसभा सदस्य सुशील मोदी ने बुधवार को ट्वीट किया था कि तेजस्वी यादव के परिवार में दो बहनें एमबीबीएस डॉक्टर हैं. कोरोना संक्रमण के दौर में उनकी सेवाएं क्यों नहीं ली गईं? इसी बयान पर रोहिणी आचार्या गुस्सा गईं. इसके बाद सुशील मोदी पर पलटवार करते हुए एक के बाद एक कई ट्वीट कर डाले. खुद के और बहनों के बचाव में आईं रोहिणी ने कई विवादित बयान दे दिए.