बिहार चुनाव में क्यों हारी कांग्रेस? पार्टी नेताओं ने नए प्रभारी को बताई वजह
ललन कुमार यादव ने कहा कि हार के कारणों की मुख्य वजह ये रही कि "हमारी पार्टी ने ड्राइंग रूम पॉलीटिशियनों को प्रखंड और जिला अध्यक्षों में स्थान दे दिया है."
पटना: बिहार में कांग्रेस के नए प्रभारी भक्त चरण दास की उपस्थिति में कांग्रेस के प्रदेश कार्यालय में मंगलवार को जमकर हंगामा हुआ. नेता एक-दूसरे पर आरोप लगाते रहे और फिर स्थिति धक्का-मुक्की तक पहुंच गई. इस बीच, विधानसभा चुनाव में पराजित प्रत्याशियों ने भी प्रभारी के सामने हार के कारण बताए. बिहार का प्रभारी बनाए जाने के बाद दास पहली बार पटना पहुंचे हैं और लगातार नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर रहे हैं. मंगलवार को कांग्रेस प्रभारी ने विधानसभा चुनाव में पराजित प्रत्याशियों के साथ बैठक की और कारण जाने.
बिहार युवा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सुल्तानगंज विधानसभा सीट से महागठबंधन के उम्मीदवार ललन कुमार यादव ने कहा कि हार के कारणों की मुख्य वजह ये रही कि "हमारी पार्टी ने ड्राइंग रूम पॉलीटिशियनों को प्रखंड और जिला अध्यक्षों में स्थान दे दिया है." उन्होंने कहा, "न तो हमारी प्रखंड कमिटी, नहीं जिला कमेटी और न ही बूथ कमेटी कहीं पर काम कर रही है. इसके अलावा चुनाव के समय जिलाध्यक्षों के बदले जाने से भी खासा प्रभाव पड़ा है." उन्होंने कहा कि उम्मीदवार को 10 दिन पहले ये पता लग रहा है कि उसे टिकट मिला है. इसके अलावा भी उन्होंने कई कारणों से प्रभारी को अवगत कराया.
कांग्रेस प्रभारी ने पार्टी किसान सेल की बैठक बुलाई थी
इससे पहले कांग्रेस प्रभारी ने पार्टी किसान सेल की बैठक बुलाई थी, जिसमें राज्य के विभिन्न जिलों के किसान यहां पहुंचे थे. बैठक शुरू होने के साथ ही आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया. विधानसभा चुनाव में टिकट वितरण में पैसा लेना-देन का मामला उठने के बाद दो गुट आमने-सामने आ गए, जिसके बाद हंगामा और बढ़ गया.
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