पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि हमलोग बिहार को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं. उन्होंने कहा कि सभी क्षेत्रों में काम हो रहा है. उन्होंने सभी सदस्यों से अपील करते हुए कहा कि यदि आपके क्षेत्र में कोई विभागीय गड़बड़ी हो तो सूचित करें, विभागीय मंत्री को बताएं या मुझे बताएं, कार्रवाई की जाएगी. बिहार विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जवाब देते हुए कहा कि बिहार में विकास की दर लगातार बढ़ रही है.
नीतीश ने विपक्षी सदस्यों के एक-एक सवालों का जवाब देते हुए कहा कि बिहार में एक-एक चीज पर ध्यान दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि कोरोना के टीकाकरण का काम प्रारंभ हो गया है. उम्मीद है कि इससे लाभ होगा. उन्होंने कहा कि कोरोना जांच में कुछ बातें सामने आई थी, जिसके लिए यथोचित कार्रवाई की जा रही है. उन्होंने विपक्षी सदस्यों के टोकाटोकी के बीच कहा कि अपराधिक घटनाओं के मामले में बिहार देश के अन्य कई राज्यों से नीचे है. उन्होंने विपक्षी सदस्यों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वे आंकड़े कहां से लाते हैं, यह वे जाने.
तेजस्वी यादव ने महंगी बिजली का मामला उठाया
सीएम ने सड़कों और पुल-पुलिया और बिजली के क्षेत्र में भी बिहार की उपलब्धि को गिनाया. इस दौरान विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने महंगी बिजली का मामला उठाया. इसके बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार को कई राज्यों से महंगी बिजली मिलती है, यही कारण है कि हमलोगों ने 'एक देश-एक मूल्य' की मांग की है. उन्होंने कहा कि बिहार में प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाने का काम किया जा रहा है. इसके बाद राजद सदस्यों की टोकाटोकी बढ़ गई. मुख्यमंत्री ने तेजस्वी को इशारों ही इशारों में आगे कहा कि, "अरे सुन लीजिए भाई मेरी बात, मानिए. नहीं मानिए ये आपका निर्णय है. अभी तो सभी सवालों का जवाब दूंगा."
इसके बाद राजद सदस्यों ने वॉकआउट कर दिया. मुख्यमंत्री ने जल जीवन हरियाली योजना की उपलब्धि भी गिनाई. नीतीश ने का कहा कि बिहार में किसानों की उत्पादकता बढ़ी है. उन्होंने कहा कि बिहार का क्षेत्रफल सबसे कम है और आबादी ज्यादा, इससे भी कृषि क्षेत्र प्रभावित होता है. इसके बाद भी हमारे यहां कई चीजों का उत्पादन दोगुना हुआ है. उन्होंने कहा कि कृषि रोडमैप जो बनाया गया, उसके मुताबिक सब काम किया जा रहा है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले धान अधिप्राप्ति भी नहीं होता था. उन्होंने कहा कि इस साल बिहार में सबसे अधिक धान की खरीदारी हुई है. वैसे नीतीश ने माना में बिहार में उद्योग के क्षेत्र को नहीं बढ़ाया जा सका है.
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