बिहार में महागठबंधन की क्यों नहीं बनी सरकार, इसके लिए कौन जिम्मेदार?
आरजेडी के नेता यह मान रहे हैं कि महागठबंधन की चुनाव में हार की एक बड़ी वजह, कांग्रेस को ज्यादा सीटें देना रही हैं.
पटना: बिहार विधानसभा चुनाव में हार के लिए आरजेडी ने कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया है. चुनाव नतीजों के समीक्षा के लिए बुलाई गई आरजेडी की बैठक से पहले ही पार्टी नेताओं ने कांग्रेस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. आरजेडी के नेता यह मान रहे हैं कि महागठबंधन की चुनाव में हार की एक बड़ी वजह, कांग्रेस को ज्यादा सीटें देना रही हैं. आरजेडी नेताओं ने कांग्रेस को चुनाव में अधिक सीटें देने में पर नाराजगी जाहिर की है.
आरजेडी विधायक सुधाकर सिंह ने कहा, ''कांग्रेस के कारण हम बिहार में सत्ता से दूर हैं. कांग्रेस को चिंतन करना चाहिए. सिर्फ बिहार ही नहीं पूरे देश मे पार्टी क्यों हार रही है. कांग्रेस एक बड़ा राजनीतिक दल है, उस पार्टी को मजबूत होना चाहिए. बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन में शामिल आरजेडी जहां 75 सीट जीतने में सफल हुई थी, तो वहीं कांग्रेस सिर्फ 19 सीट जीत पाई थी.
आरजेडी को 30 सीटें भी नहीं मिल पाती- कांग्रेस
कांग्रेस ने कहा है कि अगर लोजपा इस चुनाव में नहीं उतरी होती, तो आरजेडी को 30 सीटें भी नहीं मिल पाती. बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी रिसर्च एवं मैनिफेस्टो कमिटी के चेयरमैन और मीडिया समन्वयक आनन्द माधव ने आरजेडी नेता शिवानंद तिवारी सहित अन्य लोगों पर महागठबंधन धर्म के विरूध जाकर बयान बाज़ी करने पर कड़ा विरोध किया है. उन्होंने कहा कि ऐसे नेता जिस डाली पर बैठे हैं उसे ही काट रहे हैं. आरजेडी के नेता तेजस्वी यादव को इन सबों पर त्वरित कार्यवाही कर दल से बाहर का रास्ता दिखाना चाहिये. माधव ने यह भी कहा ऐसे नेता अर्थहीन बयान बाज़ी करनें से पहले अपनें गिरेबां में झांक ले. अगर लोजपा जदयू के विरुद्ध उममीदवार नहीं खड़ा करती तो आरजेडी भी 25-30 सीटों पर सिमट कर रह गई होती. ज्ञात हो की 30 से अधिक सीटों पर आरजेडी और जदयू के हार-जीत का अंतर बहुत कम है और वहां लोजपा को सात से नौ प्रतिशत तक वोट मिला है.
माधव ने अब महागठबंधन में हुए सीट बंटवारे पर भी सवाल उठाये हैं. माधव ने कहा कि कांग्रेस को 25 से 30 सीटें ऐसी मिली जहां पिछले कई बार से ना तो आरजेडी प्रत्याशी जीता है और ना कांग्रेस. कांग्रेस ने अपनी सीटिंग सीटें भी त्याग कर गठबंधन धर्म का पालन किया है. उन्होंने यह भी कहा कि राहुल गांधी को गाली देना सूर्य की ओर मुंह कर थूकना है जो स्वयं पर ही गिरता है. आरजेडी के बयानवीरों को गठबंधन धर्म नहीं भूलना चाहिये. वे यह ना भूलें कि कांग्रेस एक राष्ट्रीय दल है और केंद्र में महागठबंधन का अगुआ भी.
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