पटना: लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष चिराग पासवान केंद्रीय मंत्रिपरिषद में शामिल होने की संभावना के बारे में पूछे गए सवाल को टाल गए. लंबे समय के बाद राज्य के दौरे पर आए लोजपा प्रमुख ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा, ''केंद्र में सरकार ठीक चल रही है पर नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले बिहार मंत्रिमंडल के विस्तार की बहुत जरूरत है क्योंकि मंत्रियों के पास बहुत सारे विभाग हैं.''


मंत्रिमंडल विस्तार में देरी के लिए नीतीश जिम्मेवार


चिराग ने बिहार में मंत्रिमंडल विस्तार में देरी के लिए नीतीश को जिम्मेवार ठहराते हुए आरोप लगाया, ''हमारे मुख्यमंत्री के लिए राज्य नहीं, उनकी पार्टी सर्वोच्च प्राथमिकता रखती है.'' उन्होंने कहा ''यह ऐसे समय में हो रहा है जब कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगड़ी हुई है और मुख्यमंत्री खुद गृह मंत्रालय संभाल रहे हैं.'' लोजपा प्रमुख ने कहा ''हमने स्पष्ट कर दिया है कि जब तक यह नई सरकार छह महीने पूरे नहीं कर लेती हम कोई कदम नहीं उठाएंगे. इसके बाद इसकी उपलब्धियों और विफलताओं को ध्यान में रखते हुए हम अपना कार्यक्रम शुरू करेंगे.


इससे पहले चिराग पासवान ने कानून व्यवस्था को लेकर बिहार सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि बिहार में कोई सुरक्षित नहीं है. चिराग पासवान छपरा में रूपेश सिंह के अवास पर पहुंचकर उनके परिजनों से मुलाकात की और उन्हें ढांढस बंधाया. उन्होंने कहा कि, "रूपेश की हत्या पटना के पॉश इलाके में हुई. जब उस इलाके में हत्या हो सकती है, तो बिहार में कोई सुरक्षित नहीं है."


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